बाराबंकी। सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता एवम भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि 2047 तक ‘विकसित भारत‘ के लक्ष्य को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी दिन रात मेहनत कर रहे है। कहा मोदी के नेतृत्व में नया भारत अब बड़े सपने देखता है और उसे पूरा भी करता है।उन्होंने विकसित राष्ट्र के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए भारत में न्याय प्रणाली के लिए मजबूत, स्वतंत्र और निष्पक्ष नींव की आवश्यकता पर बल दिया। गौरव भाटिया शनिवार को जिला बार सभागार में आयोजित “विकसित भारत बनाने में अधिवक्ताओं की भूमिका” विषयक संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।उन्होंने मोदी सरकार द्वारा अंग्रेजो के बनाए कानून की जगह भारतीय न्याय संहिता कानून को संसद से पारित होने के निर्णय को ऐतिहासिक बताया।उन्होंने भारत के विकास में कानूनी बिरादरी की भूमिका को सराहा। कहा कि वर्षों से न्यायपालिका और बार भारत की न्यायिक प्रणाली के संरक्षक रहे हैं।
स्वतंत्रता संग्राम में कानूनी पेशेवरों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर, सरदार पटेल आदि का उदाहरण दिया। कहा कि कानूनी पेशे के अनुभव ने स्वतंत्र भारत की नींव को मजबूत करने का काम किया है और आज की निष्पक्ष न्यायिक प्रणाली ने भारत में दुनिया का विश्वास बढ़ाने में भी मदद की है। आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक ओम पाल ने बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए कहा कि अबू धाबी में मंदिर बनना और उसके उद्घाटन में प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी विश्व में भारत की बढ़ती साख का प्रमाण है।कहा नरेंद्र मोदी सच्चे राष्ट्र भक्त होने के कारण अगली पीढ़ी के भविष्य के बारे में सोचते है।इसलिए अगले 25 वर्ष में भारत को दुनिया के विकसित राष्ट्रों की कतार में खड़ा करने के संकल्प को पूरा करने में जुटे हैं। हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता व विशिष्ट अतिथि एचजीएस परिहार ने कहा कि अधिवक्ताओं की तर्क पूर्ण बहस के चलते ही रामजन्म भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक निर्णय सुनाया ।संचालन अधिवक्ता राम लखन शुक्ला ने किया।भाजपा प्रत्याशी राजरानी रावत ने नव नियुक्त बार कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को अंगवस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।इस अवसर पर मुचकुंद सिंह,रवि सिंह सिसौदिया,अमित शुक्ला,बार अध्यक्ष हिसाल बारी किदवाई,प्रदीप सिंह, योगेंद्र प्रताप सिंह,अनूप यादव,जिला प्रचारक सुदीप,श्रवण सिंह,पीसी राम, देवी शरण गुप्ता,सुनीत अवस्थी,सुषमा शर्मा,सचिन प्रताप सिंह,अनिल पाण्डे,ज्योत्सना पाल,अल्पना श्रीवास्तव सहित काफी संख्या में अधिवक्तागण मौजूद रहे।