शिक्षा के असली मायने, देश का विकास

नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि भारत का समय आ गया है और यह युवाओं पर है कि वे विश्वगुरू के रूप में उभर रहे इस देश में बदलावों की अगुवाई करें. शाह ने बुराड़ी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 69वें राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन पर कहा कि युवा देश की रीढ़ हैं और उनकी ताकत ही देश और समाज को शिखर पर ले जाती है. मंत्री ने कहा, ‘यह भारत का समय है और इस परिवर्तन को आगे बढ़ाने का काम युवाओं को करना है.’

सुनहरा भविष्य कर रहा युवाओं का इंतजार
शाह ने कहा कि सुनहरा भविष्य देश के युवाओं का इंतजार कर रहा है क्योंकि नरेन्द्र मोदी सरकार के शासन में पिछले 10 वर्षों में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और जातिवाद की जगह विकास ने ले ली है. उन्होंने कहा,‘यह भारत का समय है. पूरी दुनिया हर समस्या के समाधान के लिए उम्मीद भरी नजरों से भारत की ओर देख रही है. इस परिवर्तन की अगुवाई आप युवाओं को ही करनी है.’

शिक्षा के असली मायने, देश का विकास
छात्र नेताओं को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि शिक्षा के असली मायने ने देश के विकास के साथ व्यक्तिगत विकास में योगदान देना है. विद्यार्थियों को अयोध्या में राम मंदिर देखने के लिए आमंत्रित करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और विकास विरोधाभासी नहीं हैं. अभाविप की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि वह खुद विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं और इस संगठन ने न तो अपना दिशादृष्टि खोयी है और न ही सरकारों को अपने रास्ते से भटकने दिया है.

बृहस्पतिवार को शुरू और समापन रविवार को
अभाविप का 69वां राष्ट्रीय सम्मेलन बृहस्पतिवार को शुरू हुआ और इसका समापन रविवार को होगा. सम्मेलन में देशभर से लगभग 10,000 छात्र प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. सम्मेलन स्थल का नाम ‘इंद्रप्रस्थ नगर’ रखा गया है. शाह ने सम्मेलन का ‘थीम’ गीत भी जारी किया और राष्ट्रीय चेतना से संबंधित पांच पुस्तकों का विमोचन किया.

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