पुलिस की गुडवर्क पर सवालिया निशान, निष्पक्ष जांच की मांग…

कोठी (बाराबंकी)। आशीर्वाद गोल्ड लोन कंपनी से चोरी हुए 10 लाख रुपए के आभूषण में गिरफ्तार तीन अभियुक्तों में एक के चाचा ने गिरफ्तारी व रिकवरी फर्जी बताया है।14 बिंदुओं पर निष्पक्ष विवेचना करने की मांग पुलिस महानिदेशक से की है। क्योंकि विवेचक पर उन्हें संदेह है। जिसका प्रमाण वह सीसीटीवी फुटेज बता रहे हैं।
असंद्रा क्षेत्र के शेषपुर जाहिद अली गांव निवासी संतोष मिश्र का कहना है कि उनका भतीजा आकाश मिश्रा आशीर्वाद हैदरगढ़ कस्बे में स्थित आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड गोल्ड लोन कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर था। इसके साथ में अन्य स्टाफ भी रहता था। उन्होंने बताया कि बीते दिन पश्चिम बंगाल प्रांत निवासी कंपनी के एरिया मैनेजर निहार विश्वास ने करीब 10 लाख रुपए की सोने की चोरी का हैदरगढ़ कोतवाली में चार लोगों मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचक सौम्या जायसवाल ने उनके भतीजे को आकाश मिश्र को समेत तीन लोगों को गिरफ्तार फर्जी तरीके से चोरी की घटना खुलासा किया। उनके मुताबिक आकाश मिश्र को पुलिस ने 16 नवंबर को ही रात्रि दस बजे आफिस से बुला ले गई। मध्य रात्रि में उसे थाने से छोड़ा दिया। अगले दिन फिर दोपहर में ही पुलिस लेकर साथ चली गई। ऐसे में 18 नवंबर को तीनों चोरों की सुबेहा तिराहा से गिरफ्तारी व रिकवरी पर सवालिया निशान है। इसकी निष्पक्ष जांच में घटना के दिन से खुलासा तक के ब्रांच आफिस से लेकर विभिन्न चौराहों, बैंकों व कोतवाली परिसर की सीसीटीवी फुटेज को शामिल करने की मांग डीजीपी से पत्र लिखकर की है। जिसमे 14 बिंदु शामिल हैं। क्योंकि आरोप है कि दरोगा सौम्य जायसवाल ने गिरफ्तारी व रिकवरी फर्जी तरीके से कर गुडविल किया गया है।

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