चुनावी समर मे अन्नू टंडन जनता के बीच वहीं क्षेत्र मे अन्य प्रत्याशियों के दर्शन होने दुर्लभ
सिर्फ कार्यक्रम मे दिखाई दे रहे अन्य प्रत्याशी,चुनाव के समय जनता से दूरी कहीं बिगाड़ न दे जीत की गणित
उन्नाव। लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण का मतदान जिले मे 13 मई को होना है। मात्र कुछ दिन शेष होने के बाद भी चुनावी समर मे जीत की दंभ भरने वाले कई प्रत्याशी जनता के बीच न होकर सिर्फ होने वाले राजनीतिक कार्यक्रम मे नजर आरहे है। चुनाव के समय भी जनता से बनी दूरी प्रत्याशियों की जीत की गणित को बिगाड़ सकती है। वहीं जब जनता से बात की गयी तो उनका कहना है कि.. चुनावी समर मे सिर्फ अन्नू टंडन जनता के बीच बनी हुई है और कई बार क्षेत्र की जनता से मिलने उनकी समस्याओं को सुनने आ चुकी है लेकिन चुनाव के समय भी क्षेत्र मे अन्य प्रत्याशियों के दर्शन होने दुर्लभ बने हुए है। लोगो का कहना है जब चुनाव के समय प्रत्याशी जनता के बीच नहीं तो जीतने के बाद क्या होंगे। लेकिन पब्लिक हैँ ये सब जानती हैँ… इसबार जनता सोच समझ कर सही प्रत्याशी को अपना मतदान करेंगी।
बताते चलेकि लोकसभा चुनाव 2024 मे जिले मे 8 प्रत्याशी चुनावी समर के मैदान मे उतरे है। जिनमे से वर्तमान सांसद भाजपा से साक्षी महाराज तीसरी बार प्रत्याशी के रुप मे खड़े है। वहीं सपा की अन्नू टंडन इसबार इण्डिया गठबंधन की प्रत्याशी के रुप मे मजबूत दावेदार दिखाई दे रहीं हैँ। जबकि बसपा से अशोक कुमार पाण्डेय नये चेहरे के रुप मे शामिल दिखाई दे रहे हैँ। बाकी अन्य 5 प्रत्याशी भी जीत का दंभ भरते दिखाई दे रहे हैँ।
क्षेत्र की जनता की बात की जाये तो भगवंत नगर विधान सभा की रहने वाली रीना देवी, अनामिका यादव, रूपरानी, मोहन के रहने वाले अशोक पाल, रबीद्र सिंह, दीपचंद, सफीपुर के रहने वाले गोविन्द, फाययाज, श्याम सुन्दर सहित अन्य लोगों ने बताया कि चुनाव से पहले हो या चुनाव के समय सिर्फ और सिर्फ समाजसेवा मे जिले मे अपनी पहचान बना चुकी प्रत्याशी अन्नू टंडन ही क्षेत्र की जनता के बीच मौजूद रहती हैँ। अन्नू टंडन जनता की समस्याओं के लिए जनता से मिलने आती रहती हैँ और यदि जनता को मिलना हो तो सीधे मुलाक़ात हो जाती हैँ। कोरोना,बाढ़, और अन्य जनता की समस्या पर जनता के बीच रहीं सिर्फ और सिर्फ अन्नू टंडन ही मौजूद रहीं।
जबकि अन्य प्रत्याशी चुनाव के समय भी क्षेत्र की जनता से मिलने अभी तक नहीं आये। लेकिन पब्लिक हैँ सब जानती हैँ, जनता भी इसबार उसी प्रत्याशी को मतदान करेंगी जो विकास कार्य के साथ जनता के दर्द और हर समस्या मे खड़ा होगा।
साक्षी महाराज के लिए हैट्रिक एक बड़ी चुनौती
बातचीत पर जनता मे मौजूद लोगों ने बताया कि 10 साल मे जिले मे कोई बदलाव देखने को नहीं मिला। सांसद जी जनता के बीच आये ही नहीं कभी। जनता ने 2 बार मौका दिया हैँ जिसपर खरे नहीं उतरे। चुनाव का समय चल रहा अभी भी उनके दर्शन दुर्लभ हैँ। वहीं शुक्लागंज मे बंद पड़े गंगापुल के कारण जाम कि समस्या को झेल रहीं जनता भी 4 साल से समस्या से निजात न मिल पाने के कारण काफी नाखुश नजर आरही है ऐसे मे साक्षी महाराज के लिये जीत की हैट्रिक लगाना एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।