जौनपुर। बरेली जेल से रिहा होकर नीम करोली बाबा का दर्शन करने के उपरांत गुरुवार को सड़क रास्ते से सूरापुर में विजेठूआ महावीर धाम का दर्शन करने के उपरांत माता शीतला का दर्शन पूजन कर अपने घर पहुंचे। बाहुबली नेता पूर्व सांसद धनंजय सिंह का उनके समर्थकों ने ढोल नगाड़ों से स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि मुझे एक फ़र्ज़ी केस में जेल भेजा गया। 2020 में नमामि गंगे परियोजना के तहत जौनपुर में चल रहे कार्य में घोटाले को मैंने उजागर किया। यह मामला विधान परिषद में भी उठा हुआ था। सत्य को उजागर करने में मुझे फ़र्ज़ी केस में फंसाया गया। जिस तरीके से चुनाव के समय मेरे खिलाफ घेराबंदी की गई थी। मुझे चुनाव से रोकने के लिए ताकि मैं चुनाव न लड़ पाऊं। बसपा ने मेरे पत्नी को यहां से प्रत्यासी बनाया है। इस संघर्ष के दौर में हर वर्ग के लोगों ने मेरा साथ दिया है। हमारे विपक्षियों को लगता है हमारे बाहर रहने से उनको खतरा है। आये दिन फ़र्ज़ी मुकदमे लादे जा रहे हैं। 2002-03 में जब मैं विधायक था तब एक महीने में ही मेरे ऊपर 10-12 मुकदमें दर्ज हुए थे। जनता के मुद्दे को बेबाकी से सड़क से सदन तक उठाता रहूंगा। इसके लिए मुझे चाहे कुछ भी सहना पड़े।
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बाबूसिंह कुशवाहा पर तंज कसते हुए कहा कि उसका तो जनता से जुड़ाव ही नहीं है। वह विधान परिषद के सदस्य रहे फिर सीधे मंत्री बन गए और दूसरे जो मुंबई से आये हुए हैं वह केवल शहर की दो तीन किलोमीटर की राजनीति किए हुए हैं। वहीं जौनपुर की बड़ी राजनीति है एक छोर से दूसरे छोर पर 100 किमी का दायरे में घूमेंगे तब राजनीति कुछ समझ आएगा।
उन्होंने कहा कि हाथी का अपना आधार है और जिले की 25 सालों की राजनीति में हाथी से ज्यादा हमारा अपना आधार है। जितना ज्यादा हाथी को हमसे है, उससे ज्यादा हाथी को हमारे समर्थकों से फायदा है। दोनों विपक्षी दल के पार्टी नाम पर जितना लड़ पाएंगें, उतना लड़ पाएंगे उनका कोई अपना आधार नहीं है।
विधायक अभय सिंह के आरोपों पर उन्होंने कहा कि माफियाओं के बारे में मुझसे बात मत करें। उनके बारे में बात करना हो मेरे पास बैठ जाइए, उनका पूरा चिठ्ठा मैं दे दूंगा।