मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को शायराना अंदाज में नेता विरोधी दल पर तंज कसा. सदन में अनुपूरक बजट पर बोलते हुए उन्होंने बिहार का भी जिक्र किया. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नेता विरोधी दल लीक से हटकर बोलने के आदी हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि ये बीमारी केवल यहां पर देखने को नहीं मिल रही है. जो बीमारी बिहार में देखने को मिल रही है, वही बीमारी यहां भी देखने को मिल रही है.
जब सदन में मुख्यमंत्री योगी बन गए शायर
नेता प्रतिपक्ष पर मुख्यमंत्री योगी ने शायराना अंदाज में निशाना साधा. उन्होंने कहा, “बड़ा हसीन है उनकी जुबान का जादू, लगा के आग बहारों की बात करते हैं, जिन्होंने रात में बेखौफ बस्तियां लूटीं, वही नसीब के मारों की बात करते हैं.” मुख्यमंत्री के शायराना अंदाज में तंज पर सदन ठहाकों से गूंज उठा. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कई मुद्दों पर योगी सरकार को घेरा. उन्होंने नारी वंदन का जिक्र कर लड़कियों की सुरक्षा पर सवाल पूछे.
तंज कसने के साथ बिहार का किया जिक्र
अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना पर भी सदन में बात रखी. उन्होंने दो टूक कहा कि एक समय आएगा जब बीजेपी के लोग भी जातीय जनगणना की मांग करेंगे. मुख्यमंत्री योगी के संबोधन में बिहार का जिक्र तेजस्वी यादव के सवाल का जवाब था. तेजस्वी यादव ने कहा था कि मुख्यमंत्री बाबा योगी आदित्यनाथ लोगों से घंटी बजवाते हैं. नौकरी नहीं मिलने पर लोगों को बिहार आना पड़ रहा है. उन्होंने कहा था कि घंटी बजाने से नौकरी नहीं मिलनेवाली है. मंदिर-मस्जिद करने से पेट नहीं भरता. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी को पूजा-पाठ पर दिखावे से बचने की भी नसीहत दी थी.