कर्म के प्रति समर्पण की भावना का संदेश देता है संत रविदास का जीवन दर्शन

खड़सरा के रविदास मंदरि पर आयोजित हुए विविध कार्यक्रम

रसड़ा (बलिया)। संत शिरोमणी गुरू रविदास जयंती समारोह रसड़ा क्षेत्र में पूरे उत्साह व हर्षोउल्लास पूर्वक मना गया। संत रविदास के अनुवायियों ने उनके आदर्शों को जीवन में उतारने का संकल्प लिया। खड़सरा रविदास मंदिर पर आयोजित भव्य पूजनोत्सव कार्यक्रम में विविध कार्यक्रम आयोजित संत रविदास के विचारों को आचरण में उतारने का आह्वान किया गया।
इस अवसर पर समाजसेवी मुन्नु राम ने कहा कि कर्म के प्रति समर्पण की भावना ही संत रविदास का मूल जीवन दर्शन है। संत रविदास का विचार था कि कर्म ही इंसान को महान बनाता है। मन चंगा तो कठौती में गंगा की कहावत आज भी उपयोगी है और वे सिद्ध कर दिखाके थे। मंदिर के महंत संजय कुमार, अध्यक्ष डा. मुकेश कुमार एवं सामाजिक कार्यकर्त्ता कार्यकर्त्ता डा. सुमंत ने भी संत रविदास के जीवन दर्शन को आचरण में उतारने का आह्वान करते हुए कहा कि संत रविदास की जीवन से यह प्रेरणा मिलती है कि कर्म ही पूजा है। इस मौके पर राहुल कुमार,  मुन्ना राम, उमेश कुमार, अरविंद कुमार, टिंकू कुमार, गुलाबंचद, मोनू महराज, चंदन, अखिलेश, पुरूषोत्तम राम, भोलाराम, जगदीश, कूदनराम, सीताराम, सुनील, रमेश आदि उपस्थित रहे।

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