मानव वन्यजीव संघर्ष की घटना मानव की लापरवाही का परिणाम-अविनाश पांडेय

-ग्रामीण वन्यजीवों से रहे सर्तक, उपनिदेशक ने दिये टिप्स

-रेडक्रास सोसायटी के स्वास्थ्य शिविरों की श्रंृखला का हुआ समापन

पीलीभीत। पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय ने कहा है। कि मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में अभी तक मानव की लापरवाही सामने आयी है। हम इंसान होने के बाद भी मुसीबत स्वयं बुलाते है। उन्होंने ट्रिपिल राइंिडंग का उदाहरण देते हुए कहाकि अक्सर हमें पुलिया पर युवा बैठे मिल जाते है। तीन सवारी लेकर धडल्ले से हम दुर्घटना को दावत देते है। उन्होंने कहाकि हमारे पूर्वजों ने जो हमको दिया, हम उससे बदतर अपनी अगली पीढी को देने का प्रयास कर रहे है। हमें जो मिला है, उससे बेहतर अगली पीढी को देने का प्रयास करना चाहिए।
पुलिस अधीक्षक शनिवार की दोपहर अमरिया विकासखंड के गांव धनकुनी में रेडक्रास सोसायटी द्वारा वन विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस से आरंभ किये स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविरों का समापन कर रहे थे। उन्होंने कहाकि तापमान अपने चरम पर पहुंच गया है। इससे निपटने के लिए अपने घर के आसपास तथा अन्य स्थानों पर पौधारोपण अवश्यक करें।

इससे पूर्व पीलीभीत टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक मनीष सिंह ने ग्रामीणों को वन्यजीवों से सर्तक रहने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाघ बहुत शर्मिला प्राणी होता है, वो स्वयं पहले हमला नहीं करता है, लेकिन हम उससे सीधे टकराने का प्रयास नहीं करना चाहिए। जबकि तेंदुआ बहुत अधिक चालाक वन्यजीव होता है। उन्होंने ग्रामीणों को अपने घरों के आसपास झाड झंकाड न रखने, घर के आसपास रोशनी की व्यवस्था करने तथा रात में अकेले न निकलने की बात कहते कहाकि रात में यदि निकलना आवश्यक हो तो तीन चार लोग समूह में निकले। पंद्रह साल से छोटे बच्चों को घर से बाहर अकेले न छोडे। जंगली सूअर को कभी अकेले न दौडाये, क्योंकि वह पलटकर हमलावर हो सकता हैं। उन्होंने कहाकि इस शिविर का उद्ेश्य ग्रामीणों से सीधा संवाद करना भी है। उन्होंने इस शिविर के आयोजन के लिए रेडक्रास सोसायटी का आभार जताया। उन्होंने ग्रामीणों से वन्यजीव के आ जाने तथा पेड काटने की घटना की जानकारी वन विभाग, अथवा 112 को दिये जाने का आग्रह किया।

इससे पूर्व रेडक्रास सोसायटी के अवैतनिक सचिव कौशलेंद्र भदौरिया ने शिविरों की आख्या प्रस्तुत करते हुए बताया कि इन शिविरों से अब तक 13 सौ से अधिक रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनको निशुल्क दवायें वितरित की गयी। कार्यक्रम का संचालन सोसायटी की प्रबंध समिति के सदस्य डॉ.अमिताभ अग्निहोत्री ने किया। इस अवसर पर सोसायटी की ओर से निशुल्क चिकित्सा में लगी टीम के डॉ.प्रभात मिश्र, स्टाफ नर्स फहीम अली, फार्मास्टिस पवन वर्मा, लैब अस्टिेंट विशाल तथा पायलट संजय वर्मा को पुलिस अधीक्षक ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। रेडक्रास सोसायटी के अवैतनिक सचिव कौशलेंद्र भदौरिया ने पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय तथा उपनिदेशक मनीष सिंह को स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
कार्यक्रम में वन एवं वन्यजीव प्रभाग के उपप्रभागीय वनाधिकारी अंजनी कुमार श्रीवास्तव, वन क्षेत्राधिकारी पीलीभीत पीयूष मोहन श्रीवास्तव, वीट इंचार्ज वन दरोगा सोनी सिंह, ग्राम प्रधान धनकुनी परमेश्वर दयाल मौजूद रहे।

जब पुलिस अधीक्षक बन गए माट साब पुलिस अधीक्षक ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों को अपने पास बुलाया और उनसे पहाडे सुनने आरंभ कर दिये। एक बालक ने सही से पहाडे सुनाये तो उसे पीलीभीत टाईगर रिजर्व की कैप तथा पीलीभीत में पाये जाने वाले कछुओं का चित्र भेंट किया। इसी तरह महिलाओं को भी बाघ का सुंदर चित्र भेंट किया।
ग्रामीणों बाघ को पकडने का किया आग्रह धनकुनी के ग्रामीणों ने बताया कि गांव में एक बाघ पिछले दो माह से गन्ने के खेत में डेरा जमाये हुए हैं। वन विभाग की टीम आती है और उसे देखकर चली जाती है। उसे पकडने को कहा जाए तो कहते है कि लखनऊ से आदेश आयेगा तो हम उसे पकडेंगे। इस पुलिस अधीक्षक ने ग्रामीणों से कहाकि पांच लोग मंगलवार को प्रधान के नेतृत्व में उपनिदेशक से मुलाकात करें इस समस्या का समाधान किया जाएगा।

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