जंगली सियार के आतंक से हलकान दर्जनों गांव के लोग

  • एक पखवाड़ा के अंदर महिला समेत दो मौतें

बाराबंकी। वन विभाग की अनदेखी से विकासखंड सूरतगंज अंतर्गत दर्जनों गांव के रहने वाले लोग जंगली सियार के आतंक से हलकान है। हालात यह है कि सियार के हमले से अब तक एक महिला समेत दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने मामला संज्ञान में लेना उचित नहीं समझा है। जिससे ग्रामीणों में हड़कंप और भय व्याप्त है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक बीती 19 नवंबर को सूरतगंज ब्लॉक के ग्राम पिपरी निवासिनी रूपरानी पत्नी रूपचंद सहित इसी गांव के रहने वाले अनस (12) पुत्र निसार खान को आदमखोर सियार ने हमलाकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। जिनका शोर शराबा सुनकर उसे उन्हें बचाने दौड़े ग्राम तिहूर की निवासी राजा राम पुत्र सुकी पर भी सियार ने हमला कर दिया। अब सियार के हमले से तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी होकर तेज तेज से चीखने व चिल्लाने लगे। जिनकी करुण पुकार सुनकर आसपास मौजूद ग्रामीण भारी संख्या में मौके पर एकत्रित हो गए।जिन्हें आता देख सियार भी मौके से भाग गया।

इसके बाद ग्रामीण व परिजन घायल महिला को सूरतगंज और अन्य दोनों घायलों को रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जहां तीनों की हालत गंभीर देखने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां भी उनकी हालत नाजुक देखते हुए घायलों को लखनऊ भेजा गया। लखनऊ के अस्पताल में इलाज के दौरान बीपी 9 दिसंबर को 50 वर्षीय रूप रानी और 27 दिसंबर को 50 वर्षीय राजाराम ने दम तोड़ दिया। हालांकि मामले में ग्रामीणों ने 12 वर्षीय घायल अनस की हालत में सुधार आने की बात बताई है। पूछने पर संबंधित विभाग के अधिकारी बताते हैं कि उन्हें मामले की जानकारी तक नहीं है।जोकि विभाग के लचर रवैये को साफ प्रदर्शित करती है।

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