लखनऊ। प्रदेश में लू से पीड़ित रोगियों की निगरानी कंट्रोल रूम से की जाएगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय में बनाए गए कंट्रोल रूम को लू से पीड़ित रोगियों की संख्या और कितने मरीजों की मौत हुई यह आंकड़ा प्रतिदिन बताना होगा। अस्पतालों में जरूरत के अनुसार 10-10 बेड के विशेष वार्ड भी तैयार किए जा रहे हैं। लू के कारण किसी भी मरीज को कठिनाई का सामना न करना पड़े इसके लिए अस्पतालों को पहले ही अलर्ट किया जा चुका है।
प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि लू पीड़ित रोगी को हर हाल में बेहतर उपचार की सुविधा दी जाए। वहीं जिलों में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ सभी उपकरण क्रियाशील हों इस पर पूरा जोर दिया जा रहा है। बीते एक अप्रैल से शुरू हुए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत लोगों को स्वास्थ्य टीमें लू से बचाव के उपाय भी बता रही हैं।
रोगी की तत्काल अस्पताल में सूचना देना अनिवार्य
10 अप्रैल से इसके तहत घर-घर दस्तक अभियान में अगर कोई ऐसा रोगी चिह्नित हो रहा है तो तत्काल इसकी जानकारी पास के सरकारी अस्पताल को देना अनिवार्य है। सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अधिकारियों की टीमें गठित कर अस्पतालों में की गई व्यवस्था की जांच करें। जो कुछ कमियां हैं, उन्हें दूर किया जाए।