केन्द्र सरकार ने जो रास्ता चुना है, वह सबसे छोटा और सही रास्ता

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ‘नारी शक्ति वंदन’ शब्दावली हमारी सरकार और प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है। भारत की संस्कृति में महिलाओं का बहुत बड़ा स्थान रहा है। 21वीं शताब्दी में हमारे देश की महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। सिर्फ महिलाओं की उपस्थिति ही नहीं बल्कि उन्हें दुनिया में मिल रहा सम्मान भी हमें विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के बारे में बताता है।

गुरुवार को राज्यसभा में संविधान (128वां संशोधन ) विधेयक 2023 पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए जेपी नड्डा ने कहा कि लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को आरक्षण सुनिश्चित करने वाला संविधान संशोधन विधेयक यदि आज संसद से पारित हो जाता है तो 2029 में लोकसभा में 33 प्रतिशत महिलाओं की मौजूदगी सुनिश्चित हो जाएगी। महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार ने जो रास्ता चुना है, वह सबसे छोटा और सही रास्ता है।

उन्होंने कहा कि कुछ संवैधानिक व्यवस्थाएं होती हैं और सरकारों को संवैधानिक तरीके से काम करना होता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए दो चीजें आवश्यक हैं, पहला जनगणना और फिर न्यायिक निकाय के माध्यम से जन सुनवाई।

नड्डा ने सरकार के 90 सचिवों में सिर्फ तीन के ओबीसी समुदाय से संबंधित होने संबंधी दावे के लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि आज जो अधिकारी सचिव बने हैं, वह 1990 के करीब भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए होंगे। उन्होंने कांग्रेस पर काका कालेलकर रिपोर्ट और मंडल आयोग की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज केंद्र सरकार में 27 मंत्री ओबीसी से हैं, भाजपा के कुल 303 सांसदों में 29 प्रतिशत यानी 85 सांसद ओबीसी समुदाय के हैं, देश भर में भाजपा के 1358 विधायकों में 27 ओबीसी के हैं।

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