छ्वीले चौहान
बदायूं। यात्री कर अधिकारी ने ऐसे वाहनों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया, जो निजी प्रयोग के लिए खरीदे गए थे, लेकिन उनसे सवारियां ढोई जा रही थीं। इस दौरान पांच ईको कार पकड़ीं, जिनमें तीन को सीज कर दिया और दो पर 47 हजार रुपये का जुर्माना लगाया।
यात्री कर अधिकारी रमेश चंद्र प्रजापति ने पहले भामाशाह चौक पर वाहन चेकिंग की। इसके बाद बाईपास के सरदार पटेल चौराहे पर वाहनों की चेकिंग की। उन्होंने बताया कि अभी सिर्फ वही वाहन चेक किए गए, जो निजी प्रयोग को खरीदे गए थे, लेकिन उनसे सवारियां ढोई जा रहीं थीं। ऐसे वाहनों में सिर्फ ईको कार पकड़ी गईं।
उन्हें चेक करने पर पता चला कि वह कारें केवल निजी प्रयोग को खरीदी गईं थीं। वह अलग-अलग जगह से बुक करके ले जाई जा रहीं थीं। उनमें कई-कई सवारियां बैठी थीं। इससे पांच ईको कार को सीज कर दिया गया, लेकिन बाद में दो कार चालकों ने अपना-अपना 23,500 का जुर्माना जमा कर दिया, जिससे उन्हें छोड़ दिया गया, जबकि तीन ईको कार को संबंधित थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया।
बिना नंबर प्लेट के दौड़ रही थी बस, पांच हजार का चालान
बुधवार को यात्री कर अधिकारी रमेश चंद्र प्रजापति ने एक रोडवेज बस का भी चालान किया। इसमें नंबर प्लेट नहीं लगी थी। यह बस बरेली डिपो की थी, जो शहर से सवारियां लेकर बरेली जा रही थी। यात्री कर अधिकारी ने बस रुकवाई तो चालक बस के अंदर रखी नंबर प्लेट निकालकर लाया। उसने यात्री कर अधिकारी को नंबर प्लेट भी दिखाई। इस पर यात्री कर अधिकारी ने बताया कि हाथ में नंबर प्लेट देना भी गलत है। नंबर प्लेट को सीधे वाहन पर लगाया जाता है।