देहरादून। चकजोगीवाला में बन रहा ओवरहेड टैंक क्षेत्रवासियों की प्यास तो नहीं बुझा पाएगा, लेकिन सरकारी विभागों की ओर से जनता के पैसों की बर्बादी किस प्रकार होती है, इसकी प्रत्यक्ष गवाही जरूर देता रहेगा। हुआ यूं कि यह ओवरहेड टैंक पावर ग्रिड लाइन के इतने नजदीक बना दिया कि 10 मीटर ऊंचाई तक निर्माण होने पर श्रमिकों को करंट लग रहा है, जबकि अभी तो 17 मीटर ऊंचाई का निर्माण शेष है।
अब श्रमिक भी काम करने से हाथ खड़े करने लगे हैं। नतीजा, अब विभाग भी मामले की गंभीरता को समझते हुए दूसरी जगह भूमि तलाशने पर विचार करने लगा है। जल जीवन मिशन के तहत चकजोगीवाला व जोगीवालामाफी में हर घर तक जल पहुंचाने के लिए 337.22 लाख की योजना बनी। जून 2023 में योजना पर काम शुरू हुआ। मगर, ओवरहेड टैंक बनाने के लिए जो जगह चयनित की गई वह पावर ग्रिड की लाइन के नजदीक है।
पावर ग्रिड की यह लाइन टिहरी डैम से उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों के लिए बिजली आपूर्ति करती है। हालांकि जल संस्थान के अधिकारियों का दावा है कि योजना स्थल का चयन करने से पूर्व पावर ग्रिड के अधिकारियों के साथ सर्वे किया गया था और उनके कहे अनुसार लाइन से 40 मीटर की दूरी पर टैंक बनाया जा रहा है।
सच्चाई जो भी हो मगर पावर ग्रिड की लाइन के नजदीक 17 मीटर ऊंचा टैंक बनाने की मंजूरी पर सवाल उठने स्वाभाविक हैं। जाहिर सी बात है इससे टैंक पर काम करने वाले मजदूरों की जान को भी खतरा है। बताया जा रहा है कि अब जलसंस्थान टैंक के लिए कोई सुरक्षित जगह तलाश रहा है।
काम कर रहे हैं मजदूरों ने करंट महसूस होने की बात कही गई है, जिसके बाद काम बंद करवा दिया गया है। इस बारे में पावर ग्रिड को पत्र लिखा गया है। टैंक के लिए नई जगह के चयन पर विचार किया जा रहा है। – अरुण विक्रम रावत, सहायक अभियंता, उत्तराखंड जल संस्थान