लखनऊ: लोकसभा चुनाव और संगठन की सक्रियता पर आज कांग्रेस की नई रणनीति तय होगी। यह रणनीति दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व के साथ होने वाली बैठक में तय की जाएगी। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय प्रदेश कार्यकारिणी की अब तक की गतिविधियों, बूथ कमेटी का ब्यौरा और लोकसभा सीटों पर तैयारी का विवरण लेकर दिल्ली रवाना हो गए हैं।
कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की ओर से हर प्रदेश की कार्यकारिणी को दिल्ली में बारी-बारी से बुलाया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को उत्तर प्रदेश के नेताओं को बुलाया गया है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, विधायक मोना मिश्रा, वीरेंद्र चौधरी, महासचिव संगठन अनिल यादव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी, डा. निर्मल खत्री, राजेश मिश्रा, सलमान खुर्शीद, अजय कुमार लल्लू सहित 41 लोगों को बुलाया गया है। अजय राय के अध्यक्ष बनने के करीब चार माह बाद हो रही इस बैठक में संगठन पर विस्तार से चर्चा होगी।
सूत्रों का कहना है कि संगठन की ओर से चलाए गए विभिन्न अभियानों, बूथ कमेटी और लोकसभा चुनाव की तैयारी पर भी विमर्श होगा। गठबंधन की स्थिति में किन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार दमदारी से चुनाव लड़ सकते हैं, इसका भी विवरण प्रदेश की ओर से सौंपा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए प्रथम श्रेणी में 30 सीटों पर दावा किया जाएगा। जबकि द्वितीय श्रेणी में 30 और तृतीय श्रेणी में 20 सीटें रखी गई हैं। प्रथम श्रेणी की सीटों का निर्धारण पूर्व में मिले वोट के हिसाब से की गई है। प्रथम श्रेणी में रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, फूलपुर, फर्रुखाबाद, बांदा, झांसी, सहारनपुर, नगीना, मुरादाबाद, हाथरस, फतेहपुर सीकरी, धौरहरा, पीलीभीत, उन्नाव, कानपुर, लखनऊ, फतेहपुर, घोसी, जौनपुर, गौतमबुद्ध नगर, मथुरा, गोंडा, डूमरियागंज, महराजगंज, सलेमपुर, चंदौली, राबर्ट्सगंज आदि सीटें शामिल हैं।
यात्रा के लिए देंगे न्यौता
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि दिल्ली में होने वाली बैठक भी अन्य राज्यों की तरह संगठनात्मक है। संगठन की तैयारी पर रणनीति बनाई जाएगी। साथ ही शीर्ष नेतृत्व से मिले निर्देश के आधार पर भविष्य में नई रणनीति बनाते हुए लोकसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी। इस दौरान यूपी जोड़ो यात्रा के लिए पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को न्यौता भी दिया जाएगा।
नकुल, अनिल, दीक्षित को नहीं बुलाने से उठे सवाल
कांग्रेस की दिल्ली में होने वाली बैठक में जिन 41 लोगों को बुलाया गया है, उन पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस बैठक में पूर्व प्रदेश अध्यक्षों, पूर्व सांसदों के साथ ही कई ऐसे नेताओं को भी बुलाया गया है, जो न तो विधायक रहे हैं और न ही संगठन में लंबा अनुभव रखते हैं। दूसरी तरफ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के साथ प्रांतीय अध्यक्ष रहे पूर्व मंत्री नकुल दुबे, अनिल यादव और योगेश दीक्षित को नहीं बुलाया गया है।