बाराबंकी। नवांकुर कवि व रचनाकारों को अपनी प्रतिभा निखारने के लिए उपयुक्त मंच प्रदान करने व रचनाधर्मिता का पाठ पढ़ाकर राष्ट्र में कवियों की फौज तैयार करने का अभिनव कार्य “राष्ट्रीय कवि संगम” कर रहा है। जिला सहकारी बैंक के चंद्रमौलि सभागार में आयोजित राष्ट्रीय कवि संगम के प्रांतीय अधिवेशन “अवध दस्तक” में रचनाकारों के जमावड़े और उनके द्वारा प्रस्तुत की गई एक से बढ़कर एक रचनाओं ने यह सिद्ध कर दिया है कि राष्ट्र में रचनाधर्मिता का पाठ पढ़ाने में राष्ट्रीय कवि संगम मील का पत्थर साबित होगा। इस अधिवेशन की अध्यक्षता संस्था के राष्ट्रीय मंत्री एवं साहित्यभूषण कवि कमलेश मौर्य “मृदु” ने की, मंच पर अतिथियों के रूप में सदस्य विधान परिषद अंगद सिंह,काशी प्रांत अध्यक्ष अटल नारायण, प्रख्यात समालोचक श्याम सुन्दर दीक्षित , प्रांतीय महामंत्री रवि तिवारी की गरिमामयी उपस्थिति में मां शारदे के अर्चनोपरांत प्रथम सत्र का शुभारंभ हुआ। क्षेत्रीय अध्यक्ष शिवकुमार व्यास के संचालन में प्रांतीय अध्यक्ष अजय प्रधान ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कमलेश मौर्य मृदु ने कहा कि राष्ट्रीय कवि संगम न केवल नवोदित रचनाकारों को तराशने व संवारने का काम करता है बल्कि उन्हें मंच प्रदान कर संस्कारित कवि बनने का मार्ग प्रस्तुत करता है। एमएलसी अंगद सिंह ने कहा कि राष्ट्र को महान राष्ट्र बनाने में कवियों व साहित्यकारों का बहुत बड़ा योगदान होता है। प्रथम सत्र में ही लखीमपुर के जिला उपाध्यक्ष कमलेश धुरंधर की पुस्तक “धुरंधर के कटाक्ष” नामक पुस्तक का विमोचन अतिथियों ने किया।
अवध प्रांत के तेरह जनपदों से चयनित होकर आये तीस वर्ष से कम आयु के ग्यारह युवा कवि प्रतिभागियों ने संचालक नीरज पांडे शून्य के संचालन में अपने सुंदर काव्य पाठ से मंचीय गुणवत्ता को लेकर इसे अखिल भारतीय बना दिया। वीरेश कुमार पाण्डेय बहराइच, शानू बाजपेई अपूर्व उन्नाव, हर्षित श्रीवास्तव हरदोई, जतिन शुक्ल अयोध्या, अनुराग अतुल लखनऊ, सूर्यांश शर्मा सूर्य बाराबंकी,सूरज सीतापुरी सीतापुर, शशांक पाण्डेय लखीमपुर, नैना नाज पाण्डेय लखनऊ ( उत्तर ) तथा शैलेन्द्र मणि मिश्र गोण्डा के काव्य पाठ को खूब सराहा गया।
नवोदित 95 रचनाकारों , कवियों ने पढ़ी अपनी रचनाएं
बाराबंकी। राष्ट्रीय कवि संगम के अधिवेशन के द्वितीय सत्र में 13 जिलों से आये लगभग 72 नवोदित कवियों व पदाधिकारियों ने अपनी एक से बढ़कर एक रचनाएं पढ़ी तो दर्शक श्रोताओं ने खूब तालियां बजाई। गीतकार संजय सांवरा के संचालन में लगभग छः दर्जन से अधिक उपस्थित वरिष्ठ कवियों ने काव्य पाठ किया। जिसमें लखनऊ जिलाध्यक्ष अशोक अग्निपथी, महामंत्री डॉ.राघवेन्द्र मिश्र प्रणय , कृष्ण कुमार मौर्य सरल ,बाराबंकी जिलाध्यक्ष डॉ अम्बरीष अम्बर, उपाध्यक्ष डॉ ओ पी वर्मा ओम, अनिल श्रीवास्तव लल्लू, लखीमपुर महामंत्री विशेष शर्मा,संरक्षक बाबूराम, रायबरेली महामंत्री निर्मल श्रीवास्तव, उत्कर्ष उत्तम ,कोषाध्यक्ष सौरभ शुक्ला, लखनऊ उत्तर अध्यक्ष डॉ शोभा दीक्षित भावना,
अनीता मौर्य ,अयोध्या जिलाध्यक्ष अनुजेंद्र तिवारी, अर्चना द्विवेदी, श्रीमती पूजा यक्ष, सीतापुर जिलाध्यक्ष आनन्द खत्री, उपाध्यक्ष अरुण गंवार आदि का नाम विशेष रूप से लिया जा सकता है।
राष्ट्रीय महामंत्री के जन्मोत्सव पर किया गया नागरिक अभिनंदन
कार्यकारिणी का हुआ विस्तार
बाराबंकी। राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय महामंत्री व साहित्य भूषण कवि कमलेश मौर्य “मृदु” के जन्मोत्सव को समर्पित रहा। श्री मृदु जी का सामूहिक रूप से नागरिक अभिनंदन किया गया। तत्पश्चात प्रान्त अध्यक्ष ने कुछ जनपदों के नवीन दायित्वों की घोषणा की जिसमे गोंडा से जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह दीप, महामंत्री शैलेंद्र मणि मिश्रा ,उपाध्यक्ष अवधराज वर्मा करुण ,बाराबंकी में संजय सांवरा महामंत्री, संदीप अनुरागी सह महामंत्री,जिला मीडिया प्रभारी पत्रकार रत्नेश कुमार और बहराइच में सोमेश सावन को जिला महामंत्री का दायित्व सौंपा गया है
मीडिया प्रभारी प्रदीप महाजन, प्रांतीय मंत्रीगण जयदीप सरस, रवि अवस्थी,व देशराज सिंह सहित सभी प्रांतीय पदाधिकारियों ने आये हुए समस्त कवियों, पदाधिकारियों व वरिष्ठ नागरिकों का माल्यार्पण व अंगवस्त्र भेंट के माध्यम से सम्मान किया। अन्त में प्रान्त महामंत्री रवि तिवारी ने सभी कवियों व अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया।
इस अवसर पर सुप्रसिद्ध कवि रामकिशोर तिवारी, गजेन्द्र प्रियांशु, राजकुमार सोनी, डॉ. बलराम वर्मा , भीम सिंह ,देवकी नंदन , अजय अटल, नागेंद्र सिंह सनत कुमार अनाड़ी, साहब नारायण शर्मा, आलोक शुक्ला , चंद्रदेव दीक्षित, सरोज सरगम,समेत अनेक कवियों व कवयित्रियों की गरिमामई उपस्थिति रही।