रामोत्सव का जश्न मनाने पर की गई व्यापारी के बेटे की हत्या, नहीं मिला शव, लगातार बढ़ रहा व्यापारियों का आक्रोश…

दनकौर। व्यापारी अरूण सिंघल के बेटे वैभव सिंघल की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। सोशल मीडिया पर आरोप लगाए गए है कि 22 जनवरी को रामोत्सव का जश्न मनाने पर 30 जनवरी को वैभव की हत्या की गई।

स्वजन बोले- भ्रष्ट पुलिस वैभव का शव तलाशने में नाकाम
वैभव की हत्या करने वाले आरोपित दूसरे समुदाय के है। इससे व्यापारियों में आक्रोश है। व्यापारियों ने पुलिस के खिलाफ बिगुल बजा दिया है। स्वजन ने कहा है कि भ्रष्ट पुलिस सिस्टम वैभव का शव तलाशन में नाकाम साबित हो रहा है।

पुलिस के खिलाफ लगातार चौथे दिन व्यापारियों का धरना प्रदर्शन जारी रहा। वहीं, स्वजन व व्यापारियों के समूह ने शनिवार को पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह से मुलाकात की। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। हालांकि मुलाकात के बाद भी व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन समाप्त नहीं किया है।

शव को गंग नहर में फेंकने की बात
दरअसल, घटना के बाद पुलिस ने आरोपितों को तो गिरफ्तार किया, लेकिन वैभव का शव अभी तक बरामद नहीं हो पाया है। शव को बरामद करने के लिए 50 अतिरिक्त पुलिसकर्मी लगाए गए है। आरोपितों ने हत्या करने के बाद शव को गंग नहर में फेंकने की बात पुलिस पूछताछ में कही है।

चार दिन से बाजार बंद
पुलिस की कार्यशैली से अंसुष्ट व्यापारी चार दिन से बाजार बंद कर धरना प्रदर्शन कर रहे है। अब व्यापारी के साथ क्षेत्र के लोग भी धरने में पहुंच रहे है। हालांकि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने आश्वासन दिया है कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलवाकर हत्यारोपितों को सख्त सजा दिलाई जायेगी।

ग्रेटर नोएडा के जगत फार्म के व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि यदि जल्द ही पुलिस शव को तलाश नहीं पाती है तो 12 फवरी के बाद आंदोलन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री को घटना से कराया अवगत
प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने बिलासपुर में हुई घटना के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया। नंदी ने पीड़ित पक्ष को आश्वस्त किया है कि आरोपितों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि उसकी सात पुश्तें याद रखेंगी। घटना के बाद से वैश्य समाज में रोष है।

स्वजन बोले, चरित्र हनन कर रही पुलिस
धरने पर बैठे स्वजन ने कहा है कि पुलिस वैभव का चरित्र हनन करने में जुटी है। पुलिस हर बार कह रही है कि वह माज को ब्लैकमेल कर रहा था।

स्वजन ने पुलिस के इस दावे को झूठा करार देते हुए कहा है कि पुलिस खुद सख्त कार्रवाई नहीं कर पा रही है। दस दिन बरती गई लापरवाही को छिपाने के लिए गलत आरोप लगाए जा रहे है। स्वजन का यह भी आरोप है कि घटना में कई अन्य लोग भी शामिल है जिनको पुलिस का संरक्षण है। पुलिस उनको बचा रही है।

यह है मामला
बिलासपुर के व्यापारी अरूण सिंघल के बेटे वैभव का 30 जनवरी को अपहरण कर उसके ही दोस्त माज पठान ने गला दबाकर हत्या कर दी थी।

पुलिस ने दावा किया कि माज की महिला मित्र के कुछ फोटो वैभव के मोबाइल में थे। फोटो डिलीट करने को लेकर विवाद शुरू हुआ और माज ने वैभव की हत्या कर दी थी। बुधवार को पुलिस ने माज को गिरफ्तार किया था। पुलिस मुठभेड़ में माज को गोली लगी थी।

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