पटना। मंगलवार को जदयू कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह महागठबंधन का विषय नहीं है। पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपनी भावना प्रकट करने का अधिकार है। किसी भी पार्टी का कार्यकर्ता अपने नेता को सर्वोच्च पद पर देखना चाहता है। जदयू कार्यकर्ता के नाते हमारी भी यही भावना है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनकर देश का नेतृत्व करें।
लेशी सिंह ने कहा कि प्रभु श्रीराम हम सबों के आराध्य हैं। हमारे दिल में बसते हैं। वे सर्वोच्च हैं। अयोध्या जाना या नहीं जाना किसी का व्यक्तिगत निर्णय हो सकता है।
कौन हैं लेशी सिंह
लेशी सिंह पूर्णिया के धमदाहा विधानसभा क्षेत्र की जदयू विधायक हैं। एक सामान्य परिवार की बेटी व बहू लेसी सिंह का न केवल अब तक का सियासी सफर काफी दिलचस्प है बल्कि उन्होंने जीवन के कई परेशानियों का डटकर मुकाबला किया है।
लेसी सिंह का जन्म मूल रुप से कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड स्थित गौआगाछी गांव में हुआ था। बाद में उनके पिता दिवंगत गंगाशरण सिंह सरसी में ही बस गए।
पांच जनवरी 1974 को जन्म लेने वाली लेसी सिंह की शादी महज 16 वर्ष की उम्र में गांव के ही समता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष मधुसूदन सिंह उर्फ बूटन सिंह से उनकी शादी हो गई।
केवल 21 साल की उम्र में उन्होंने अपने पति के चुनाव प्रचार के लिए घर से निकल गई। 1995 में उनके पति धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े थे और हार गए थे। इसके बाद उनके पति ने पूरा सियासी बागडोर लेसी सिंह के हाथों में ही थमा दी थी और तब से अब तक उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।