नई दिल्ली। दिल्ली में मंगलवार को हुई इंडिया गठबंधन की बैठक में बहुजन समाजवादी पार्टी का भी मुद्दा उठा। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव के बैठक में बसपा को इंडिया गठबंधन में शामिल कराने को लेकर आपत्ति जताने की अफवाह पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज कुमार झा ने बताया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में रामगोपाल यादव ने बैठक में अपनी बात रखी। अब ये सारी बातें समिति में हैं और नेताओं के बीच में हैं। लोगों और राजनीतिक दलों का रुझान तय करना समिति का काम है और फिर इस पर निर्णय लेना है।
मनोज झा ने बताया कि रामगोपाल ने बैठक में स्पष्ट किया कि अगर बसपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनती है तो सपा गठबंधन से खुद को अलग कर लेगी। इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हमें किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। जब राजद नेता झा से पूछा गया कि क्या बैठक में उनकी चिंताएं सुनी गईं, तो उन्होंने कहा कि उनकी बातें सुनी और समझी गईं और खरगे साहब ने कहा कि अफवाहों को तूल न दें।
लालू और नीतीश ने बीच में ही बैठक छोड़ दिया
मनोज झा ने इन अटकलों को खारिज किया कि कुछ लोगों द्वारा प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में खरगे का नाम प्रस्तावित किए जाने के बाद लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल ने नाराजगी जताई और इस कारण बैठक छोड़ दी। मनोज झा ने स्पष्ट किया कि कोई किसी से नाराज नहीं है।
खरगे का नाम किया प्रस्तावित
मनोज झा ने बताया कि बैठक के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किया। अरविंद केजरीवाल ने प्रस्ताव का समर्थन किया। लेकिन खरगे ने मिलकर चुनाव लड़ने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि साथ मिलकर चुनाव लड़ना हमारी प्राथमिकता है। चुनाव जीतने के बाद पीएम उम्मीदवार पर बात की जाएगी। उन्होंने पत्रकारों से पूछा कहा, क्या आपने सुना है कि खरगे जी ने किस तरीके से प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने बहुत ही विनम्र शब्दों में बताया है कि हमारे लिए एक साथ लड़ना कितना जरूरी है।