मेरठ। गाजियाबाद जिले में स्थित रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के दुहाई डिपो में मेरठ मेट्रो का प्रथम ट्रेन सेट पहुंच चुका है। तीन कोच वाली मेट्रो को गुजरात के सावली से बड़े ट्रेलरों पर लादकर लाया गया। तीनों कोच को डिपो के ट्रैक पर लाकर असेंबलिंग की जा रही है। इसी के साथ ट्रायल की भी तैयारी शुरू हो गई।
दुहाई में ट्रायल के बाद मेट्रो ट्रेन को मेरठ लाया जाएगा। गुजरात के सावली स्थित एल्सटाम कंपनी के निर्माण प्लांट में मेरठ मेट्रो के ट्रेन सेट तैयार हो रहे हैं। मेरठ मेट्रो के कुल 10 ट्रेन सेट रहेंगे।
पहली बार सेमी हाईस्पीड ट्रेन के ट्रैक पर दौड़ेगी मेट्रो
पहली बार सेमी हाईस्पीड ट्रेन के लिए तैयार किए जा रहे आरआरटीएस के ट्रैक पर मेट्रो भी दौड़ेगी। दोनों की गति सीमा अलग-अलग रहेगी। अत्याधुनिक तकनीकों के उपयोग करने से एक ही ट्रैक पर दोनों ट्रेनों का संचालन हो सकेगा।
एनसीआरटीसी ने रेल परिवहन की दुनिया में अग्रणी प्रयास को चिह्नित करते हुए लांग टर्म इवोल्यूशन (एलटीई) पर हाइब्रिड लेवल-थ्री के साथ यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ईटीसीएस) लेवल-टू सिग्नलिंग लागू की है। इसमें स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी), स्वचालित ट्रेन नियंत्रण (एटीसी) और स्वचालित ट्रेन संचालन (एटीओ) तकनीक का भी उपयोग किया गया है।
मोदीपुरम से मेट्रो और दुहाई से नमो भारत का नियंत्रण
नमो भारत ट्रेन के लिए नियंत्रण कक्ष गाजियाबाद जिले के दुहाई में बनाया गया है। वहीं से पूरे 82 किमी रैपिड कारिडोर पर संचालन होगा। दूसरी ओर मेरठ मेट्रो के लिए नियंत्रण कक्ष मोदीपुरम डिपो में बनाया जा रहा है। यहीं से मेरठ शहर में मेट्रो का संचालन होगा।
मेरठ के इन स्टेशनों पर रुकेगी मेट्रो
परतापुर (एलिवेटेड) रिठानी (एलिवेटेड) ब्रह्मपुरी (एलिवेटेड) मेरठ सेंट्रल (भूमिगत) भैंसाली (भूमिगत) एमईएस कालोनी (एलिवेटेड) डोरली (एलिवेटेड) मेरठ नार्थ (एलिवेटेड)।
इन स्टेशनों पर रुकेंगी मेट्रो और नमो भारत
मेरठ साउथ (एलिवेटेड) , शताब्दी नगर (एलिवेटेड) बेगमपुल (भूमिगत) , मोदीपुरम (एलिवेटेड)।