बलिया। आरके मिशन स्कूल, बलिया में अयोध्या श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में मर्यादा पुरुषोत्तम की विभिन्न प्रकार की झांकियां बच्चों ने निकाली जो अपने आप में आकर्षण का केंद्र रही। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ हर्ष श्रीवास्तव, प्रबंधक द्वारा प्रभु श्रीराम के चित्र पर माल्यार्पण व तत्पश्चात दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
इस अवसर पर प्रबंधक ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम का जीवन अनुकरणीय है और हमारे ग्रंथ चाहे वह रामायण हो या महाभारत हमें समस्याओं को हल करने की सीख देते हैं। प्रभु श्रीरामचंद्र जी देश के गौरव है, उनका मंदिर 500 वर्षों के प्रतीक्षा के उपरांत बनना एक अविस्मरणीय क्षण है
यह भारत के लिए गर्व की बात है। इस अवसर पर मर्यादा पुरुषोत्तम के संपूर्ण जीवन वृतांत पर मनोहर झांकी प्रस्तुत की गई। इसमें श्री रामचंद्र के वन गमन, केवट प्रसंग, सबरी कुटी गमन, अहिल्या उद्धार इत्यादि अत्यंत ही मनोहर रहे। अर्णव, प्रिंस, तान्या, प्रिया, परी सिंह व रिया इत्यादि नें रामचंद्र, लक्ष्मण सीता, अहिल्या केवट व सबरी के पात्र के रूप में अमित छाप छोड़ी। कार्यक्रम के आयोजन में कक्षा नवम के छात्र छात्राओं ने सक्रिय प्रतिभाग किया।
चिराग ठाकुर ने हनुमान के रूप में सुंदर प्रस्तुति दिया। श्रीरामचंद्र का संपूर्ण जीवन अनुकरणीय है। रामचंद्र की मर्यादा पुरुषोत्तम है। लाला रत्नेश्वर, प्रधानाचार्य ने कहा कि राम मंदिर लोक आकांक्षा का प्रतीक है, प्रभु श्रीरामचंद्र के जीवन से मर्यादा के मूल्यों की पहचान होती है।
राम मंदिर का निर्माण गौरव शाली है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अंजनी प्रजापति, श्वेता वर्मा, चित्रलेखा शालिनी, रंजन राय का सक्रिय सहयोग रहा। हिंदी शिक्षक उत्कर्ष तिवारी नें कार्यक्रम का सफल संचालन किया। इस अवसर पर समस्त शिक्षक शिक्षिका उपस्थित रहे।