महाराष्ट्र की सियासत में इन दिनों मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है. राज्य के कई हिस्सों में मराठा आरक्षण को लेकर हिंसक प्रदर्शन और आगजनी भी हुई है. इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मराठा आरक्षण की मांग को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत, प्रियंका चतुर्वेदी और विनायक राउत आज सुबह 11.30 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने वाले हैं. इसमें आरक्षण कोटा बढ़ाने की मांग हो सकती है.
मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन जोर पकड़ने लगा है. नवंबर की शुरुआत में राज्य के कई हिस्सों में आगजनी की गई. कई विधायकों और नेताओं के दफ्तरों और घरों को प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाया. इसे लेकर महाराष्ट्र सरकार भी काम कर रही है. हालांकि, अभी तक आरक्षण पर किसी तरह की कोई सहमति नहीं बन पाई है. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) लगातार इस मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेर रही है.
आरक्षण को लेकर लड़की ने की आत्महत्या
वहीं, मराठा आरक्षण की मांग को लेकर लोगों ने खतरनाक कदम भी उठाना शुरू कर दिया है. शुक्रवार को महाराष्ट्र के जालना में एक 14 वर्षीय लड़की ने आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लड़की घर के एक कमरे में फांसी के फंदे पर झूल गई. लड़की की तरफ से लिखा गया सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिस पर लिखा गया है कि मराठा समुदाय को आरक्षण दिया जाना चाहिए. मेरे शब्द व्यर्थ नहीं जाने चाहिए.
मराठा आरक्षण का विरोध नहीं, मगर ओबीसी कोटे में न हो कटौती: छगन भुजबल
दूसरी ओर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और अजीत पवार गुट के नेता छगन भुजबल ने कहा है कि जब मराठों को आरक्षण दिया जाए, तो उस समय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए मौजूदा आरक्षण में कटौती नहीं की जानी चाहिए. एनसीपी के नेता भुजबल ने कहा कि पूछा कि अचानक मराठों को कुनबी जाति से संबंधित दिखाने वाले कई रिकॉर्ड कैसे मिल जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम मराठा आरक्षण का विरोध नहीं करते, लेकिन ओबीसी कोटे पर कोई अतिक्रमण नहीं होना चाहिए.