लखनऊ समिट बिल्डिंग में डांस नाईट के साथ-साथ हो रही अश्लीलता, रद्द हुआ लाइसेंस, प्रशासन पर उठ रहे कई सवाल…

लखनऊ। स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से विभूति खंड स्थित समिट बिल्डिंग में शराब के साथ अराजकता और अश्लीलता भी परोसी जा रही है। गुरुवार रात समिट बिल्डिंग में दूसरे तल पर स्थित लार्ड ऑफ ड्रिंक लाउंज एंड बार में नियम कानून ताक पर रखकर बार बालाएं शराब पिला रहीं थीं।

शुक्रवार को बार में हुई अश्लीलता का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने संज्ञान लिया और बार का लाइसेंस निरस्त करते हुए सील कर दिया। बार संचालक वीके गिरि और राजीव रंजन को नोटिस भेजा गया है। संचालक के पास रात दो बजे तक शराब बेचने का लाइसेंस है, लेकिन समय सीमा खत्म होने के बाद दरवाजा बंद करके वहां प्राइवेट पार्टी चल रही थी। पुलिस और प्रशासन से भी पार्टी की अनुमति नहीं ली गई थी।

लॉर्ड ऑफ ड्रिंक बिना अनुमति हो रही थी पार्टी
एडीएम पूर्वी अमित कुमार ने बताया कि लॉर्ड ऑफ ड्रिंक लाउंज बार संचालकों ने पार्टी की अनुमति नहीं ली थी। समिट बिल्डिंग में सरकार ने 17 बार लाइसेंस दे रखे हैं। इतनी बड़ी संख्या में बार होने के कारण आए दिन यहां छेड़छाड़, मारपीट और उपद्रव होता रहता है, जिससे आसपास रहने वाले परेशान हैं।

शराब बिक्री की मिली थी शिकायत
जिला आबकारी अधिकारी सुशील कुमार मिश्र का कहना है कि देर रात तक शराब बिक्री की शिकायत मिली थी, जिसके बाद जांच की गई। जांच में पाया गया कि लॉर्ड ऑफ ड्रिंक लाउंज बार के संचालकों ने नियम विरुद्ध रात दो बजे के बाद भी शराब की बिक्री की और बिना अनुमति पार्टी का आयोजन किया।

नशे में धुत युवतियों ने युवक को पीटा
समिट बिल्डिंग स्थित अनप्लग्ड बार में नशे में युवतियों ने एक युवक की जमकर पिटाई की थी। पिटाई का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेकर चौकी इंचार्ज की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। साथ ही युवतियों की पहचान कर गिरफ्तार किया गया था। बार मैनेजर और युवकों के बीच मारपीट : एक अक्टूबर 2023 को फर्जी कैफे में युवकों और बार मैनेजर के बीच मारपीट हुई थी। युवकों ने मैनेजर के सिर पर बोतल मार दी थी।

अप्रैल 2022 में मैनेजर को बाउंसर ने पीटा
17 अप्रैल 2022 को लार्ड ऑफ द ड्रिंक बार में तैनात बाउंसर सुनील ने मैनेजर पंकज सिंह की पिटाई कर दी थी। मैनेजर पंकज का आरोप था कि कुछ लोग देर रात बार में दाखिल होने का प्रयास कर रहे थे, जिन्हें रोक दिया गया था, लेकिन वह लोग किचन के रास्ते से अंदर पहुंच गए थे। इसी के लिए बाउंसर को टोका था।

ढाई लाख रुपये में दो बजे तक शराब पिलाओ
केवल ढाई लाख रुपये अतिरिक्त सरकार के खजाने में डालकर बार संचालक दो बजे रात तक शराब बेचने का लाइसेंस हासिल कर लेते हैं। शहर में शराब की करीब 1100 दुकानें हैं। 55 माडल शाप और 103 बार हैं। इन सभी से सरकार को अरबों रुपये का राजस्व मिलता है। नए साल के मौके पर गत 30 और 31 दिसंबर को ही शहर में 30 करोड़ रुपये की शराब बिक गई थी।

शासन-प्रशासन पर उठ रहे हैं सवाल
दिसंबर 2022 में सरकार को 161 करोड़ का राजस्व लखनऊ में शराब बिक्री से हुआ था। वहीं, दिसंबर 2023 में यह बढ़कर 192 करोड़ हो गया। जाहिर है सरकार के भरते खजाने की वजह से प्रशासन हाथ डालने से कतराता है। यही वजह है कि बार में देर रात तक शराब का दौर चलता है, जिसके बाद पूरे इलाके की सड़कों पर अराजकता का माहौल रहता है। प्रशासन ने समिट के सामने ही पुलिस चौकी बना रखी है, लेकिन सब तमाशबीन बने रहते हैं। तमाम बड़े अफसर और रसूखदारों का बार संचालकों पर हाथ हैं।

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