निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा की जा रही लूट घसोट बर्दास्त नहीं-चौधरी

बाराबंकी। शिक्षा ही राष्ट की ताकत तय करती है शिक्षा से ही हमारे समाज में सम्मान और अच्छा जीवन जीने के लिए संस्कार मिलते हैं जो कठिन परिस्थितियो में हमें हौसला देने का काम करते हैं। शिक्षित समाज ही अच्छे राष्ट्र के निर्माण में सहायक होता है। उक्त बातें भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के पूर्वांचल प्रभारी उदेंद्दू प्रताप आशु चौधरी ने गुरुवार को अपने निजी आवास बाराबंकी पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहीं। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री

योगी आदित्यनाथ के द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आप द्वारा शिक्षा समेत कई अन्य विभागो मे काफी सुधार गया है, परंतु उनका असर धरातल पर नही दिखा रहा है। जिसका कारण लोगो की अज्ञानता एवं अशिक्षा है आगे उन्होंने कहा आप भली- भांति जानते है कि उत्तर प्रदेश का एक बड़ा हिस्सा आज भी गरीबी के बीच अपना जीवन यापन कर रहा है। बाद इसके भी हर माता-पिता की इच्छा अपने बच्चे को शिक्षित बनाने की ललक होती है। परंतु धन और सुविधाओं के अभाव एवम मजबूरियों के सामने इच्छाएं दम तोड़ देती है शिक्षा अधिकार अधिनियम (2009) के तहत 25 प्रतिशत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिए जाने का प्रावधान है। जबकि 95 प्रतिशत निजी विद्यालय शिक्षा अधिकार अधिनियम (2009) के मानको को ताक पर रख कर, शिक्षा को सेवा भाव से बदल कर व्यापारिक कर दिया है। निजी विद्यालयो मे गरीबो के हक की भी निलामी की जा रही है जिस पर प्रतिवर्ष फीस बढ़ोत्तरी एवम मनमानी फीस पर निरंकुश लगाते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम (2009) के मानको को शक्ति से पालन एवम ना मानने पर विद्यालयो की मान्यता रद्द की जाए जैसा की शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 मे स्पष्ठ है। वही श्री चौधरी ने मुख्यमंत्री से गरीबों के हित में मांग करते हुए विश्वास जताया है कि उक्त मामले का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संज्ञान लेते हुए अविलंब कार्यवाही करेंगे। जिससे प्रदेश के वास्तविक,गरीब,किसान और मजदूरो के बच्चों कम खर्चे में अच्छी शिक्षा मिल सकेगी और उनका भी भविष्य उज्जवल होगा। जिससे गरीब परिवारों को राहत मिल सकेगी।

Related Articles

Back to top button