लोकसभा उपचुनाव में सपा में शामिल हुए जमाली, हार का बने थे कारण…

आजमगढ़। लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे जिले के राजनीतिक समीकरण में बदलाव देखने को मिल रहा है। 2022 के लोकसभा उपचुनाव में सपा की हार का कारण बनने वाले शाह आलम गुड्डू जमाली ने बुधवार को हाथी छोड़ साइकिल की सवारी कर ली। नीले गमछे की जगह लाल टोपी पहन ली। इसके जरिये सपा अपना किला अभेद बनाना चाहती है।

मायावती के करीबी नेताओं में शुमार और बसपा से दो बार मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे शाह आलम गुड्डू जमाली ने बुधवार से सपा की राजनीति शुरू कर दी। दरअसल, बसपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में गुड्डू जमाली को मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लड़ाया था। इसी तरह 2022 के उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव से मुकाबला हुआ। दोनों ही चुनावों में शाह आलम गुड्डू जमाली भले ही नहीं जीत सके, लेकिन सपा की मुश्किल बढ़ाए रखी। इन चुनावाें में जमाली को करीब ढाई-ढाई लाख मत मिले थे। लोकसभा उपचुनाव में तो सपा नेता धर्मेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा था।

जमाली को खूब मिले थे वोट
2014 के लोकसभा चुनाव में सपा नेता मुलायम सिंह यादव को 340306 मत मिले थे। भाजपा प्रत्याशी रहे रमाकांत यादव को 277102 मत मिल पाए थे। बसपा के शाह आलम गुड्डू जमाली को 266528 मत प्राप्त हुए थे। इसी तरह 2019 में सपा-बसपा का गठबंधन हो गया। इस कारण जमाली चुनाव नहीं लड़ सके। 2022 में लोकसभा उपचुनाव हुआ तो शाह आलम को 266210 मत प्राप्त हुए।

मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र में धर्मेंद्र यादव और निरहुआ को पछाड़ा
गुड्डू जमाली ने लोकसभा उपचुनाव के दौरान मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक मत प्राप्त किया था। मुबारकपुर विधानसभाक्षेत्र मुस्लिम बहुल है। लिहाजा, सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव और भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ को पछाड़ दिया था।

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