मलिहाबाद में साल भर पहले करोड़ों खर्च कर बनी गौशालाओं में लटक रहा ताला

वृहद गौशाला बनाए जाने की ग्राम प्रधान व अधिकारियों को नहीं दी गई जानकारी

गौशालाएं बनाए जाने में जमकर हुई धांधली, अधिकारियों पर जबरन शुरू कराए जाने का दबाव

निष्पक्ष प्रतिदिन/मलिहाबाद,लखनऊ।

विकास खंड मलिहाबाद में दो वृहद गौशालाएं करोड़ों खर्च कर बनाकर तैयार कर दी गई हैं। अब इन्हें सुरु करने के लिए अधिकारियों और प्रधान पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि गौशालाओं के निर्माण कराए जाने के समय ठेकेदारों ने न ही ग्राम प्रधान को इसकी जानकारी दी और ना किसी अधिकारी से इसके बारे में बताया। अब ठेकेदार इन गौशालाओ को सुरु कराने के लिए अधिकारियों और प्रधान पर दबाव बना रहे हैं। गौशालाओं को बनाने के लिए दो करोड़ से अधिक रुपए दिए गए थे लेकिन उन्हें तैयार करने में जमकर धांधली की गई है। ग्रामीणों ने बताया की किसानो की फसल गोवंश बर्बाद कर रहे हैं। करोड़ों रुपए गौशालाओं के बनाने के नाम पर जो धांधली हुई है इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।

विकासखंड मलिहाबाद क्षेत्र के सहिजना जालामऊ पंचायत में तथा महदोइया पंचायत में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बृहद गौशालाओं का निर्माण कार्य कराकर तैयार किया गया है। इन दोनों गौशालाओं को बनाए जाने के लिए प्रति गौशाला बनाने के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपए जारी हुए थे। इन गौशालाओं को बनाएं करीब एक वर्ष से अधिक हो चुका है लेकिन इन गौशालाओं में अभी तक ताला लटक रहा है। सहिजना गांव के प्रधान अशोक कनौजिया से बात हुई तो उन्होंने बताया कि गौशाला बनाने की जानकारी उन्हें नहीं दी गई थी जब गौशाला बनकर तैयार हो गई तब उन्हें जानकारी हुई। उन्होंने बताया की गौशाला के लिए जमीन प्रस्तावित हो गई और कब गौशाला बनकर तैयार हो गई इसके बारे में उन्हें कुछ नहीं बताया गया। वही खंड विकास अधिकारी मलिहाबाद ने बताया कि पीडब्ल्यूडी द्वारा यह वृहद गौशाला बनाई गई है जिसमें कुछ कमियों के कारण इसे अभी तक शुरू नहीं किया जा सका है। यह गौशाला पावर हाउस के पास बनाई गई है जहां तक जाने का रास्ता ही नहीं है। वन विभाग का चारों तरफ जंगल और दूसरी तरफ किसानों के खेत हैं। करोड़ों रुपए खर्च कर मात्र पांच सेड बनाए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि करोड़ों की लागत से अगर गौशाला बनाई गई होती तो शायद क्षेत्र के किसानों की आवारा गोवंश फसले बर्बाद न कर रहे होते। उन्हें इनसे निजात मिल जाती और गोवंशों की भी अच्छी तरह से देखभाल होती। ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला बनाए जाने में जमकर धांधली हुई है इसकी सरकार को जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही कराना चाहिए।

अधिकारियों पर बना रहे दबाव

मिली जानकारी के अनुसार गौशाला बनाने वाले लोगों द्वारा अधिकारियों के पास हाई प्रोफाइल से फोन कराकर गौशालाओं को अपने अंडर में लेकर शुरू कराए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। खामियों के कारण अधिकारियों ने दोनों गौशालाओं को शुरू करने के लिए मना कर अनियमिताओं के लिए पत्र लिखकर उन्हें दूर करने के लिए कहा गया है।

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