हमीरपुर : बीते दिनों आधा दर्जन युवकों ने मिलकर एक दलित युवक के साथ मारपीट की थी। जिसकी इलाज के दौरान ग्वालियर के अस्पताल में मौत हो गई थी। इसके बाद गांव पहुंचे युवक के शव का आरोपी युवकों ने गांव में अंतिम संस्कार नहीं होने दिया और राठ के मोक्षधाम में उठाकर शव फेंककर भाग गए। इसके बाद उसके परिजनों को भी सूचना दी।
कोतवाली के ददरी गांव निवासी तुलसिया ने बताया कि 25 वर्षीय पुत्र मुकेश गुरुवार की दोपहर गांव के करन यादव की दुकान पर था। तभी गांव की निशा व उसकी मां शिला ने बुलाया और घर ले गए थे। जहां पर पहले से घात लगाए बैठे गांव की महिलाओं सहित आठ लोगों ने हथौड़ा व कुल्हाड़ी से जान से मारने की नियत से मारपीट कर दी थी। इसके बाद खून से लथपथ मुकेश को घर के बाहर फेंक गए। घायल मुकेश को सीएचसी में भर्ती कराया था। जहां से उरई, झांसी और फिर ग्वालियर रेफर किया गया था। जहां सोमवार को ग्वालियर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की मां तुलसिया ने गांव की निशा, शीला, मातादीन, मलखान, गोविन्द, पप्पू, देवीदीन, औड़ेरा गांव निवासी अरविंद के विरुद्ध बलवा, मारपीट और एससी एसटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था।मौत होने के बाद मुकेश के शव को लाकर आरोपित युवकों ने गांव में अंतिम संस्कार करने से रोक उसे राठ के मोछधाम में फेंकर कर भाग गए। इसके बाद परिजनों को सूचना दी। मृतक के भाई सोहित ने बताया कि आरोपितों से पुरानी रंजिश है। कुछ माह पहले परिजनों पर भी हमला किया था। गांव में दबदबा कायम करने के लिए शव को गांव में नहीं जलने दिया। जिससे परिजन भयभीत हैं। मृतक के भाई ने बताया कि बड़ा भाई मुकेश भाड़े पर ट्रैक्टर चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। कोतवाल उमेश सिंह ने क्राइम इंस्पेक्टर दिनेश कुमार पांडेय पुलिस सहित मौके पर पहुंचे और शव को गांव ले गए हैं। मामले की जांच कराई जा रही है