हमीरपुर : विकासखंड सुमेरपुर के पौथिया गांव स्थित बाबा ध्यानीदास आश्रम में चल रही विष्णु महायज्ञ यज्ञ के अंतिम दिन भागवत कथा का समापन हुआ। यज्ञाचार्य ने विधि विधान से पूजा कराई। वहीं श्रद्धालुओं ने यज्ञवेदी की परिक्रमा कर बाबा की समाधि पर माथा टेका।
कथा वाचक अलका द्विवेदी ने अंतिम दिन कथा में कहा कि कलयुग में केवल प्रभू के नाम के जाप से मोक्ष मिल जाता है। बाल्मीकि ने उल्टा नाम जप कर ऋषि की उपाधि धारण की थी। जो व्यक्ति शास्त्रों के बताए नियमों के आधार पर चलता है वह साकेत गामी होता है। सत्संग आत्मज्ञान के साथ आत्मा को शक्तिशाली बनाता है। वहीं रात में कानपुर के कलाकारों द्वारा भोलेनाथ सर्पों के साथ सिंदूरी हनुमान, राम दरबार बानर सेना के साथ राधा कृष्ण, भारत माता विभिन्न प्रकार की झांकियां प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जमा रही। शुक्रवार को हवन पूजन के बाद कन्या भोज व संतो की विदाई कर भंडारा होगा।