युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है नेताजी सुभाष चंद्र बोसः डीएम

  • 1943 को ही बन गई थी स्वतंत्र भारत की अस्थाई सरकार
  • कलेक्ट्रेट में मनी जयंती, साहित्यकारों ने जीवनी पर डाला प्रकाश
    बलिया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट परिसर में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर नेताजी को याद किया। इसके बाद अधिवक्ताओं व शहर के अन्य वरिष्ठ नागरिकों ने भी बारी.बारी से आकर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि नेता जी भारत के उन महान स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल हैं, जिनसे आज के दौर का युवा वर्ग प्रेरणा लेता है। जुल्म व अन्याय के खिलाफ लड़ाई में वे हमेशा आगे रहते थे। आजादी की लड़ाई में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
    जयंती समारोह के संयोजक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण परिषद के मंत्री व वरिष्ठ साहित्यकार शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि भारत की स्वतंत्रता के लिये सशस्त्र संघर्ष करने वाले आजाद हिंद फौज के सुप्रीम कमाण्डर के रुप मे नेताजी ने 21 अक्तूबर 1943 को ही स्वतंत्र भारत की अस्थाई सरकार बनाई थी, जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपींस ,कोरिया, चीन, इटली, मान्चुको और आयरलैंड सहित 11 देशों ने मान्यता दिया था । ज्ञातव्य है कि जापान ने अंडमान निकोबार द्वीप नेताजी को प्रदान किया था, जिनका नामकरण उन्होंने किया। यही से उन्होंने भारत के स्वतंत्र राष्ट्राध्यक्ष सेनापति के रुप में ब्रिटिश साम्राज्य की सेना से भारत के वर्मा, कोहिमा सहित अनेक राज्यों को स्वतंत्र करा लिया था। 6 जुलाई 1944 को उन्होंने रंगून रेडियो स्टेशन से महात्मा गाँधी के नाम से एक प्रसारण जारी कर इस निर्णायक युद्ध में विजय के लिये सहयोग एवं आशीर्वाद मांगा था किन्तु अहिंसा का वास्ता देकर बापू ने मना कर दिया था । बापू के मना करने के बाद भी हजारों लोगों ने नेताजी के कदम देश की आजादी के युद्ध को सही ठहराते हुए आजाद हिंद फौज में भर्ती हुये थे ।

इनसेट…
बलिया के ये लोग शामिल हुए थे आजाद हिंद फौज में
बलिया। शिवकुमार कौशिकेय ने बताया कि बलिया जिले से भी भगवान देव सिंह, रामदेव सिंह, सरजू सिंह, सूर्यदेव सिंह, बैजनाथ सिंह, विक्रमा सिंह, अब्दुल गफ्फूर, अनवर हुसैन, रामचन्द्र यादव, श्री राम पाठक, बृजकिशोर उपाध्याय, कपिल देव तिवारी, गजाधर राम, गया सिंह, कैलाश सिंह, तारकेश्वर चौबे, जगन्नाथ सिंह, रामाज्ञा सिंह, शुभनारायण सिंह, अनवर हक़, दूबर चौबे, विश्वनाथ सिंह, धनुषधारी सिंह, सुदामा प्रसाद, हरिकिशन चौधरी, भैरों सिंह, अवधेश कुमार पांडेय कुल 28 लोग आजाद हिंद फौज में भर्ती हुए थे ।

Related Articles

Back to top button