कासगंज: कासगंज के लाडलों ने उत्तर काशी में भी कमाल कर दिखाया है। टनल में फंसे मजदूरों को बचाने में इनकी भी अहम भूमिका रही है। कासगंज के गांव अहरौली एवं तीर्थ नगरी के दो रैटमाइनर्स ने मजदूरों की जान बचाई है। उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई मिल रही है।
उत्तराखंड की सिलक्यारा की सुरंग में दीपावली के दिन 41 मजदूर फंस गए थे। इन्हें बचाने के लिए टीम लगी। इस टीम में जिले के गांव अहरौली निवासी फिरोज कुरैशी एवं तीर्थ नगरी के नासिर को भी शामिल किया गया। इन दोनों ने भी अहम भूमिका निभाई। बचाव कार्य में शामिल हुए सुरंग में बैठकर अपनी टीम के साथ अंतिम दौर की करीब 18 मीटर खोदाई की। फिरोज दिल्ली के खजूरी खास में रहकर पाइप लाइन डालने का कार्य करते है। उनके साथ ही छोटा भाई मुन्ना कुरैशी भी कार्य करता है। वह कंपनी रोंग बिल में कार्य करते है।
वहां दीपावली के छह दिन बार जब कार्य करने पहुंचे तो कंपनी की ओर से सिलक्यारा में मजदूरों के चल रहे राहत कार्य में 12 सदस्यों की टीम भेजी गई थी जिसमें फिरोज को भी शामिल किया गया। फिरोज का कहना है कि बेहद खुशी बात है कि हमें अपने मजदूर भाइयों की जान बचाने के कार्य में शामिल होने का मौका मिला। वहीं फिरोज और नासिर की इस सफलता पर उन्हें चारों ओर से बधाइयां मिल रही है। इन दोनों रैटमाइनर्स की अहम भूमिका रही है।