मिर्जापुर। जिला विज्ञान क्लब के तत्वाधान में अधिक ठंड से बचने के लिए हीटर, ब्लोअर एवं अंगीठी का कैसे करे सुरक्षित प्रयोग, कैसे रहे स्वस्थ्य पर एक ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमे 142 बाल वैज्ञानिक व विभिन्न लोगों ने प्रतिभागिता की।
जिला विज्ञान क्लब समन्यवयक सुशील कुमार पांडेय ने बताया कि यदि कमरे में वेंटिलेशन की सही व्यवस्था नहीं है तो अंगीठी, हीटर और ब्लोअर जलाना खतरनाक हो सकता है। हीटर, ब्लोअर रात भर बंद कमरे में जलने से कमरे में ऑक्सीजन और नमी भी कम हो जाती है। कमरे में एक बाल्टी पानी या गीले कपड़े टांग दे जिससे कमरे में नमी बनी रहे। इसके अलावा बंद कमरे में बोरसी या अंगीठी जलाकर कभी नहीं सोए।
कमरे में कार्बन मोनों ऑक्साइड का स्तर बढ़ जाने से परेशानी बढ़ेगी। सांस फूलने, दम घुटने की संभावना रहती है, मौत भी हो सकती है। इस तरह की घटनाएं आजकल न्यूज पेपर में सुनने को मिल जा रही है, इससे सतर्क रहे।
विशेषज्ञ डॉक्टर ए के सिंह ने कहा कि ठंड में चिकनाई युक्त भोजन से परहेज करे, क्योंकि ठंड में पाचन की क्रिया कमजोर हो जाती है। ठंड में बीपी, शुगर, गठिया, दिल की बीमारी वाले लोगों को अधिक सावधानी बरतने की जरुरत है। जाड़े के मौसम में हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक की भी संभावना बढ़ जाती है। बुजुर्गो एवं बच्चों को सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इम्यूनिटी कम हो जाती है। इन्हे कोल्ड एक्सपोजर लगने का खतरा अधिक रहता है। सादा एवं गर्म भोजन करना चाहिए।