अयोध्या। नवनिर्मित मंदिर में विराजमान होने के साथ रामलला के प्रति आस्था नित्य नया प्रतिमान गढ़ रही है। रविवार को रामलला को शिरोधार्य करने तीन राज्यों के राज्यपाल पहुंचे। यह कोई नियोजित अभियान नहीं था, बल्कि संयोग ऐसा बना कि रामलला को एक ही दिन नमन करने वालों में तीन-तीन महामहिम पहुंचे। इनमें सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य, गुजरात के राज्यपाल देवव्रत आचार्य एवं मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान शामिल रहे।
इस अवसर पर लक्ष्मण ने कहा, अयोध्या पहुंचकर अवर्णनीय आनंद की अनुभूति हो रही है। भव्य राम मंदिर में दिव्य रामलला की स्थापना के बाद अब रामराज्य की कल्पना साकार हो रही है। महात्मा गांधी ने भी देश की स्वतंत्रता के बाद रामराज्य स्थापित करने की परिकल्पना की थी।
आचार्य ने अयोध्या में उमड़ रहे श्रद्धालुओं को भी लेकर प्रसन्नता व्यक्त की। कहा, यहां सब व्यवस्थित चल रहा है, कौन ऐसा अभागा होगा जो भगवान राम का दर्शन पाने की उत्सुकता नहीं रखता होगा। इससे पूर्व महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बारी-बारी से पहुंचे सिक्किम एवं गुजरात के राज्यपाल का गार्ड ऑफ ऑनर से स्वागत किया गया।
मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान आजमगढ़ से सड़क मार्ग द्वारा अयोध्या पहुंचे। फागू चौहान मूलत: आजमगढ़ जिले के ही हैं। वह आजमगढ़ से लगे मऊ जिला की घोसी विधानसभा सीट से रिकार्ड छह बार विधायक रहे हैं। सिक्किम के राज्यपाल का दायित्व संभालने से पूर्व वह बिहार के राज्यपाल थे।