देवभूमि के देवी-देवता, युवा, पूर्व सैनिक, किसान, महिलाओं को पीएम ने स्वयं से जोड़ गहरा किया नाता

हल्द्वानी : मौका भी था और दस्तूर भी। देश-दुनिया में भारत की पहचान को मजबूती देने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 35 मिनट के संबोधन में उत्तराखंड से अपने लगाव को जाहिर किया। शुरुआत भी उन्होंने जय नंदा देवी, जय गोलज्यू और जय राजराजेश्वरी कहकर की।

फिर आत्मीयता से कुमाऊंनी बोली में बोले,भाई कस है रौ छू हालचाल (भाईयो क्या हालचाल हो रहे हैं)। चुनाव की दृष्टि से पांच सीटों के करीब 83 लाख मतदाताओं को मोदी मैदान रुद्रपुर से साध पीएम ने यह भी बता दिया कि आमजन से कैसे कनेक्ट किया जाता है। उन्होंने मिनी इंडिया कही जाने वाली तराई की धरती से बाबा केदार का नाम लिया तो आदि कैलास से नाता जोड़ा तीर्थाटन व पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाओं की राह दिखाई।

बोले-पलायन रुका है आगे और भी लोग गांवों को लौटेंगे। गांव और देवी-देवताओं के दर पर अपनी ओर से माथा टेकने का आह्वान कर सबको आस्था की नैया में बैठाया। युवा, किसान और मातृशक्ति की ताकत को समझते हुए सपने, संकल्प व स्वावलंबन के माध्यम से डबल इंजन की सरकार के विकास कार्यों के दर्शन भी कराए। इतना ही नहीं पीएम ने वन रैंक वन पेंशन, देश के बंटवारे और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के माध्यम से कांग्रेस को भी खूब घेरा। साथ ही सिख व बंगाली समाज के वोटर तथा करीब डेढ़ लाख पूर्वसैनिकों को यह भी एहसास कराने में नहीं चूके कि भाजपा उनके साथ है।

मंगलवार को खचाखच भरे मोदी मैदान में दोपहर बाद जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने जनता का अभिवादन किया तो उन्हें सबसे पहले वो लोग नजर आए जो पंडाल के बाहर धूप में खड़े थे। उनसे क्षमा मांगी और कहा कि आप जो धूप में तप रहे हैं आपकी यह तपस्या बेकार नहीं जाने दूंगा। इसका मूल्य विकास करके चुकाऊंगा।

उनकी इस कनेक्टिविटी ने पब्लिक के मन को इस कदर छुआ कि पंडाल मोदी-मोदी से गूंज उठा। रूद्रपुर को मिनी इंडिया कह यह भी बताया कि यहां जाति, धर्म व क्षेत्र के आधार पर जो विविधता है यहां आकर वह स्वयं को धन्य समझते हैं। पीएम ने याद दिलाया कि किच्छा में एम्स के सेटेलाइट सेंटर खोलने की गारंटी को वह पूरा कर रहे हैं।

तराई में किसान, सिख व बंगाली समाज के लोग अधिक हैं तो यहां औद्योगिक क्षेत्र होने के चलते पर्वतीय इलाकों से आकर युवा भी नौकरी करते हैं। इसीलिए पीएम ने भी कुमाऊं भर से उन्हें सुनने पहुंचे लोगों से दोहरा जुड़ाव दर्शाते हुए कहा कि जब अपने गांव जाएं तो मेरी ओर से पहले देवी-देवताओं के मंदिरों में माथा टेकेंगे।

घर-घर जाकर परिवार के लोगों को मेरा प्रणाम पहुंचाना। पीएम ने चुनावी भाषण के माध्यम से न केवल वोट की अपील की बल्कि आश्वास्त भी किया कि 10 साल में जितना काम हुआ है आगे उससे कहीं अधिक और किया जाना है। भारत को विश्व की तीसरी आर्थिक ताकत बनाने की मोदी की गारंटी से कमाई बढ़ेगी, नौकरी के अवसर बढ़ेंगे और गांव-शहर में सुविधाएं भी। इन सबका लाभ उत्तराखंड को भी मिलेगा।

जनता की बात पर जनता से हामी भी
पीएम मोदी ने भाषण के दौरान सिर्फ अपनी बात ही नहीं कही बल्कि बीच-बीच में रायशुमारी का अपना खास अंदाज भी बनाए रखा। माता जी की फोटो लेकर पंडाल में आए व्यक्ति का आभार जताया। सोलर पैनल योजना का लाभ उठाने के लिए लोगों से हाथ उठवाकर फार्म भरने को कहा।

उन्होंने देश में आग लगने की बात कहने वाले राहुल गांधी का नाम तो नहीं लिया लेकिन शहजादे संबोधन से जनता से यह कहलवा गए कि ऐसे लोगों को चुनाव में सजा देंगे। और आखिर में फिर एक बार…मोदी सरकार तथा चार जून…400 पार का नारा लगवा जनता में जोश भी भरा।

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