इंटरलॉकिंग में हो रहा भ्रष्टाचार का खेल : उच्च अधिकारी मौन…

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही ना खाऊंगा ,ना खाने दूँगा का नारा देते हो, लेकिन जमीनी हकीक़त इन सब से परे है।विकासखंड बीकेटी के अंतर्गत भरिगहना गांव में रायपुर बाबू मोड़ से रामप्रकाश के घर तक मुख्य मार्ग पर लगभग पांच लाख रुपये की लागत से 47 मीटर बनाई जा रही इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य में धड़ल्ले से घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है।गांव के लोगों ने ठेकेदार और क्षेत्र पंचायत के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।मुख्यमंत्री योगी भ्रष्टाचारियों पर नकेल लगाने की पूरी तरह से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अधिकारियों के द्वारा अपने मनचाहे ठेकेदारों को सड़क और नाली निर्माण का टेंडर देते हैं और यह ठेकेदार सड़क और नाली निर्माण में भ्रष्टाचार की ईट लगाने से बाज नहीं आते।भरिगहना गांव में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य में पीली ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। विकास के नाम पर इस भ्रष्टाचार के खेल में अधिकारी भी मौन बैठे हैं। किन्तु विकास के नाम पर क्षेत्र पंचायत में कुछ नया नहीं हुआ। 


खंड विकास अधिकारी, ब्लाक प्रमुख व जेई आरईइस की उदासीनता के चलते क्षेत्र के गावों को उचित विकास की डगर नहीं मिल पा रही है। इंटरलॉकिंग सड़क के निर्माण का कार्य को लेकर लोगों द्वारा कहा गया कि मानकों के अनुरूप कार्य किया जा रहा है,लेकिन ठेकेदार सुनता नहीं है। क्षेत्र पंचायत के लोगों ने यह भी बताया कि ठेकेदार से कहने पर कहा जाता है कि अगर दो पैसे मुझे नहीं मिलेंगे तो मैं अपने बच्चों को कैसे पालूंगा और सारी सामग्री मानकों के अनुरूप लगा दूँगा तो मुझे सड़क पर आना पड़ेगा। नीचे से लेकर ऊपर तक सभी को कमीशन देना पड़ता है।जब इस भ्रष्टाचार की भनक मीडिया को लगी तो निष्पक्ष प्रतिदिन द्वारा जाकर स्थल पर देखा गया तो सही निकला। आखिर क्या कारण है? क्या क्षेत्र पंचायत के लोगों पर लगाये गये आरोप सही है। गांव में कीचड़ की समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों को इंटरलॉकिंग सड़क बनने की जानकारी मिली तो वे खुश थे। निर्माण कार्य शुरू होते ही खुशी काफूर हो चुकी है। ठेकेदार की ओर से निर्माण कार्य में मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गांव के लोगों ने बताया कि खुलेआम पीले ईट से निर्माण कराया जा रहा है। पक्की जोड़ाई में रेत व सीमेंट भी मानक के अनुसार नहीं मिलाया जा रहा है। इंटरलॉकिंग ईट लगाने के पहले नीचे बजड़ी के नाम पर पीले ईट तोड़कर डाला गया है। इससे सड़क चंद दिनों में ही जगह-जगह धंस जाएगी।


भरिगहना में इंटरलॉकिंग के हो रहे निर्माण में जमकर धांधली हो रही है। करीब पांच लाख रुपये की कीमत से हो रही 47 मीटर इंटरलॉकिंग में पीली ईंटों से बॉक्सिंग की जा रही है। जबकि मजबूती के लिए अव्वल ईंटों से बॉक्सिंग का निर्माण कार्य होने की बात बताई जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार ब्लाक प्रमुख,खंड विकास अधिकारी द्वारा जमकर बंदरबांट की जा रही है। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि इस तरह की ईंटों से हुई इंटरलॉकिंग छह महीनों में ही ढेर हो जाएगी और सरकार का लाखों रुपया बर्बाद हो जाएगा।

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