वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में वीआइपी दर्शन के लिए प्रबंधन से मिलने वाली पर्ची का खेल मंदिर सेवायत भी खूब कर रहे हैं। पर्ची अपने युवकों को देकर वीआइपी दर्शन श्रद्धालुओं को कराए जा रहे हैं। इससे श्रद्धालुओं से मोटी रकम वसूली जा रही है। तीन युवकों को पुलिस ने पर्ची और 13 हजार रुपये के साथ दबोच लिया। इन्हें सेवायतों ने पर्ची दी थी।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में प्रतिदिन यजमानों को वीआइपी दर्शन कराने के लिए सेवायत और सेवाधिकारी को मंदिर प्रबंधन की ओर से पर्ची दी जाती है। कई सेवायत इन पर्ची को बेच देते हैं। युवकों को कुछ पर्चियां देकर श्रद्धालुओं को वीआइपी दर्शन कराने की कहते हैं और इसके लिए बकायदा कमीशन लेते हैं।
श्रद्धालुओं से पैसा वसूली कर रहे थे युवक
कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार शाही ने बताया कि बुधवार को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के पास तीन युवक वीआइपी दर्शन कराने के नाम पर श्रद्धालुओं से पैसा वसूल रहे थे। पुलिस ने अलीगढ़ के थाना गुपी के रुद्रादिन निवासी मोहित, गौरानगर गिरधारी मंदिर के समीप निवासी मनीष शर्मा तथा राधारमण मंदिर के समीप निर्मल कुंज निवासी माधव मुखर्जी को पकड़ लिया। इन लोगों के कब्जे से कई वीआइपी दर्शन की पर्ची और 13,860 रुपये बरामद हुए थे।
पुलिस ने बताया कि ये तीनों युवक सेवायतों से प्रतिदिन पर्ची ले लेते थे। इनके कुछ युवक हाथ में पर्ची लेकर श्रद्धालुओं को वीआइपी दर्शन कराने की बात कहते। सौ रुपये लेकर पांच सौ रुपये तक उनसे वसूले जाते थे। वीआइपी कटहरे के दोनों एंट्री प्वाइंट पर भी युवक जमे रहते।
धक्का-मुक्की से बचने के लिए श्रद्धालु वीआइपी दर्शन के लिए पैसे देते हैं। पैसे लेकर युवक कटहरे में श्रद्धालुओं को कर देते, लेकिन पर्ची नहीं देते। अगर कोई जांच करता तो हाथ में वीआइपी पर्ची होने की बात कहते। पुलिस ने बताया कि तीनों को जेल भेजा गया है। अब उन सेवायतों को भी चिह्नित किया जा रहा है, जो ऐसा कर रहे हैं।