रायबरेली: राहुल गांधी मंगलवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा में केंद्र के साथ प्रदेश सरकार पर हमलावर दिखे। सुपर मार्केट में सभा के दौरान उन्होंने दोनों सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मैं वाराणसी पहुंचा तो वहां पर देखा कि रात को बाजा बज रहा। वहां पर शराब पिये यूपी का भविष्य रात को नाच रहा डांस कर रहा है। वहीं राममंदिर खुलता है। राममंदिर में नरेंद्र मोदी, अंबानी, अडानी समेत कई अरबपति दिखेंगे। वहां पर पिछड़ा, दलित, आदिवासी नहीं दिखेगा, क्योंकि आपकी जगह सड़कों पर भीख मांगने की है। आपका काम हिंदुस्तान में सड़क पर जाकर ऐसे पोस्टर दिखाने का है। उनका काम पैसा गिनने का है। आप के बच्चे जीएसटी देते हैं। आपको अपने हक के लिए जातीय जनगणना के लिए आगे आना होगा।
राहुल गांधी ने इससे पहले पोस्टर दिखा रहे युवक को अपने पास बुलाया और नाम पूछा। कहा कि किस जाति से आते हो। पोस्टर की ओर इशारा करते हुए कहा कि इसमें लिखे ओबीसी और एससी का मतलब जानते हों। कहा कि 50 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है। 15 प्रतिशत आबादी एससी और आठ प्रतिशत आदिवासियों की आबादी है। कुल 73 प्रतिशत हो। इसके बावजूद पोस्टर लेकर घूम रहे हो। हमारा काम 73 प्रतिशत का काम आपके भविष्य को बनाने का है। आपको 24 घंटे धमकाया जाता है। रास्ते बंद किए जाते हैं। देश में 200 बड़ी कंपनियां हैं। किसी कंपनी का मालिक ओबीसी, एसी और आदिवासी नहीं है। इस देश में दलित, पिछड़े, आदिवासी 24 घंटे प्रताड़ित हो रहे हैं। यह सच्चाई है देश की। 73 प्रतिशत आबादी का हिंदुस्तान की सबसे बड़ी कंपनी कोई नहीं है। मनरेगा की लिस्ट निकालो उसमें ओबीसी, एससी और आदिवासी दिखेंगे।
उन्होंने पोस्टर लिए युवाओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप पेपर लीक वाले हो ना। मैं आपको इसके लीक होने कारण बताता हूं। आपके यहां छोटे-छोटे बच्चों को कहा जाता है कि तुम अगर पढ़ाई करोगे तो तुझे आइएएस, आइपीएस, रेलवे में इधर-उधर नौकरी मिल जाएगी। बेटा तुम पढ़ ले। तेरे बाप के जेब से पांच-छह लाख रुपये निकाल प्राइवेट स्कूल, कोचिंग सेंटर में डालकर आइएएस, आइपीएस के लिए दे दिया जाता है। इसके बाद पेपर लीक हो जाता है। वही पांच प्रतिशत लोगों को पेपर लीक होने के बाद नौकरी मिल जाती है। आपका काम ऐसे पोस्टर लेकर घूमने का है। यह आपका भविष्य नहीं है। आप जातीय जनगणना कराकर अपने आबादी को जानो। इससे पता लगेगा देश की बड़ी कंपनियों में आपके कितने हैं। इसके बाद इस पोस्टर की जरूरत नहीं होगी। राममंदिर की बात होती है। आपको हक लेना है। इसका पहला कदम जातीय जनगणना है।