शुक्लागंज, उन्नाव। शुक्लागंज के गोपीनाथपुरम मोहल्ले से एक होश उड़ा देने वाला मामला सामने आया। जहां एक 95 वर्षीय वृद्धा की अचानक सांसे थम गई। परिवार में कोहराम मच गया और मौत की सूचना पर दूर दराज से रिश्तेदार आ गये।
परिवार गमगीन बैठा था, तभी पांच घंटे बाद वृद्धा ने करवट बदली। यह देख लोगों के होश उड़ गये। जिसके बाद डॉक्टर को बुलाया गया। जहां डॉक्टरों ने वृद्धा के जीवित होने की बात कही तो परिवार के लोगों को दोबारा खुशियां मिल गई।
बता दें गोपीनाथपुरम निवासी सुभाष शुक्ला ने बताया कि उनकी 95 वर्षीय मां फूलमती पिछले दो माह से बीमार चल रही हैं। उनका इलाज भी कराया जा रहा है। अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उनका शरीर ठंडा हो गया। यह देख उनके होश उड़ गये और उनकी नब्ज टटोली गई।
नब्ज न मिलने पर परिवार के लोगों ने फूलमती को मृत समझ जमीन पर लिटा दिया और उनके शरीर को एक चादर से ढक दिया। जिसके बाद दूर दराज रहने वाले रिश्तेदारों को फोन पर जानकारी दी गई। इस दौरान घर के बाहर टेंट लगाने के साथ ही आने जाने वाले लोगों के लिये कुर्सियां भी डलवा दी गई।
वृद्धा के शरीर को घेर कर महिलाएं बैठ गई और रोती बिलखती रही। तभी अचानक पांच बजे वृद्धा ने करवट ली। यह देख सभी अचंभित हो गये। आनन-फानन में डॉक्टर को बुलाया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि वृद्धा जीवित है। यह सुन सुभाष के चेहरा खिल गया। उसने बताया कि भगवान ने उनकी मां को दूसरा जीवन दिया है, जिसके बाद घर में मौजूद लोग चले गये।