अपने ही बने अपनों के दुश्मन, आपसी रंजिशों में बहाया अपनों का खून…

हिसार में घरेलू कलह और धोखेबाजी के चलते सालभर अपने अपनों का खून बहाते रहे। ऐसी वारदातों ने रिश्तों के तार-तार कर दिया। अपनों का अपनों से भरोसा उठ गया। कई परिवार उजड़ गए। छोटे और बड़े बच्चों के सिर से मां और पिता का साया उठ गया। अपनों का खून करते समय हत्यारोपियों के हाथ तक नहीं कांपे। किसी ने गोली मार कर अपनी पत्नी को मार डाला तो किसी ने क्रिकेट बैट से वार कर बेटा और बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इस तरह की सनसनी वारदात सालभर चर्चा में रही।

केस नंबर 1
जिले के गांव लांधड़ी में रहने वाले रोशन ने 3 मई की सुबह अपनी पत्नी राजबाला की पीएचसी के अंदर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या की थी। राजबाला पर कुल्हाड़ी से कई बार वार किया गया था। पूरा घटनाक्रम पीएचसी के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। लांधड़ी निवासी रोशन की पत्नी राजबाला डेढ़ साल से अपने पति से अलग अशोक कुमार युवक के साथ सहमति संबंध में रह रही थी।

यह बात रोशन को गवारा नहीं थी। उसके बाद से वह पत्नी सिमरन की हत्या करने की फिराक में था। वारदात वाले दिन सुबह राजबाला अपनी ननद सिमरन के साथ गांव में पीएचसी में दवा लेने के लिए गई। जब वह दवा लेकर अस्पताल से बाहर आ रही थी तो रास्ते में रोशन ने उसे घेर लिया और उस पर कुल्हाड़ी से कई वार किए। राजबाला जमीन पर गिर गई थी। उसके बाद भी वह वार करता रहा था।

केस 2
कृष्णा नगर में रहने वाले राकेश पंडित ने घरेलू कलह के चलते 11 जून की सुबह घर के अंदर लाइसेंसी रिवाॅल्वर से गोली मार की अपनी पत्नी सुमन और दो साले मंजीत व जितेश की हत्या कर दी थी। पार्षद का चुनाव लड़ चुके और कृष्णा नगर निवासी राकेश पंडित का अपनी पत्नी सुमन के साथ घरेलू विवाद चल रहा था। वारदात से पहली वाली रात को सुमन ने अपने भाइयों धनाना निवासी मंजीत के पास फोन किया था।

अगले दिन 11 जून को मंजीत और उसका भाई जितेश अपनी बहन के घर आए थे। चारों घर के आंगन में बैठकर बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान साले ने राकेश को थप्पड़ जड़ दिया था। इसी बात को लेकर उसने लाइसेंसी रिवाॅल्वर से गोली मार तीनों की हत्या कर दी थी। तीनों के सिर के पास गोली मारी हुई थी।

केस नंबर 3
जिले के उकलाना क्षेत्र के गांव मुगलपुरा में 10 जुलाई की सुबह पति ने पत्नी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। बेटी को भी गोली के छर्रे लगे हैं। दरअसल मुगलपुरा निवासी रामनिवास शराब पीने आदी था। इसी बात को लेकर अक्सर पति और पत्नी के बीच झगड़ा होता था।

वारदात वाले दिन रामनिवास ने सुबह ही शराब का सेवन किया था। नशे में उसने बेटी को अपनी लाइसेंसी बंदूक लाने की बात कहीं और कहा कि आज तो कबूतर उडेंगे। बेटी ने अपने पिता को बंदूक लाकर दे दी। उसके बाद उसने हवाई फायर किया था। जब पत्नी सुरता देवी ने उसे टोका तो उसने पत्नी की गोली मार कर हत्या कर दी। और मौके से फरार हो गया।
किसी न किसी वजह से रिश्तों में खटास आ जाती है। जब ऐसा होता है तो आपस में बैठकर एक दूसरे से बातचीत करनी चाहिए और उसका समाधान निकालना चाहिए। बात करने से ही खटास दूर होती है मारने से नहीं। कई बार ऐसी बातें होती हैं तो घर पर शेयर नहीं की जा सकती तो इस बारे में मनोचिकित्सक से सलाह ले सकते हैं। मनोचिकित्सक द्वारा जो बात होती हैं उसे गुप्त रखा जाता है।

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