ओस की बूंदें रबी की फसल को दे रही हैं नवजीवन :डा.सत्येंद्र सिंह

  • गेहूं की फसल के लिए वरदान साबित हो रहा कोहरा और शीत लहर

निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ

राज्य भर में पिछले कुछ दिनों में घने कोहरे और नमी के साथ शीतलहर ने किसानों को खुश कर दिया है। क्योंकि वर्तमान मौसम की स्थिति कृषि विशेषज्ञों के अनुसार – गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, शुरुआती ठंडे मौसम की स्थिति मौजूदा गेहूं के मौसम के लिए अच्छी होगी और जलवायु की स्थिति गेहूं के पूर्ण विकास के लिए अनुकूल है, जिसके परिणामस्वरूप इस मौसम में अधिकतम उपज होने की संभावना है। ठंड का मौसम गेहूं सहित रबी की फसलों के लिए अच्छा है, क्योंकि इससे अनाज की गुणवत्ता बढ़ेगी। कृषि विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र सिंह चौहान ने कहा, कि गेहूं की फसल के लिए कोहरे का मौसम फायदेमंद है। कुछ दिन पहले, दिन का तापमान अधिक था जो उचित वृद्धि के लिए अनुकूल नहीं था। मेरा सुझाव है कि किसानों को फसलों की सिंचाई भी करनी चाहिए। यहां तक कि किसानों को भी देर से बोई गई गेहूं की फसल के लिए खरपतवार नाशक का उपयोग करना चाहिए।इस चरण में गेहूं की फसल पर शीत लहर का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। बल्कि ठंड की स्थिति में फसलों की मदद करेगी, जिसके परिणामस्वरूप उचित विकास के साथ ही अधिक उपज होगी।
जिले में मौसम के पलटवार के साथ शुरू हुए सर्दी के असर के बीच कोहरा फसलों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। कृषि विशेषज्ञ डा. सिंह का कहना है, कि ओस की बूंदें रबी की फसल को नवजीवन देने वाली साबित होगी। कोहरे ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी है। जिले में मौसम का बदला मिजाज गेहूं, सरसों, मटर आदि के लिए अमृत बन गया हैं। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से जिलेभर में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। साथ ही आने वाले दिनों में सर्दी और बढ़ने की संभावना है, जो रबी फसल के लिए फायदेमंद होगी। नवंबर में सर्दी कम पड़ी।वहीं, सर्दी के लिहाज से दिसंबर की शुरुआत फीकी रही। फसलों पर विपरीत असर पड़ने की आशंका ने किसानों की चिंता बढ़ा दी थी। फसलों की बेहतरी के लिए वातावरण अनुकूल होना जरूरी था। वहीं, अधिक तापमान के कारण फसलों में कीट प्रकोप और बीमारियों का खतरा रहता है। पौधों का उठाव अच्छा नहीं होगा तो फसल उत्पादन पर विपरीत असर होता है। लेकिन दिसंबर के अंत में ठंड बढ़ने से किसानों के चेहरे एक बार फिर से खिल गए हैं। अब जो ठंड की स्थिति बनी है, उससे रबी फसलों को लाभ होगा।शुक्रवार को करीब-करीब पूरे प्रदेश में बारिश हुई। कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। बारिश की वजह से पारा तो लुढ़का ही साथ ही मौसम ने एकदम से करवट भी ले ली। आने वाले दिनों के लिए मौसम विभाग ने कुछ पूर्वानुमान जारी किए हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि फिलहाल ठंड, कोहरा बरकरार रहेगा। नौ जनवरी तक बारिश के आसार हैं। इसके बाद मौसम शुष्क होगा जरूर, लेकिन हवाएं और गलन बढ़ा सकती हैं।

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