सीतापुर। स्वास्थ्य विभाग आए दिन सुर्खियों में रहता है जबकि उत्तर प्रदेश के डिप्टीसीएम एवं स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कई बार सीतापुर के स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों की कार्य शैली में सुधार लाने को कहा जा चुका हैं किंतु स्वास्थ्य विभाग है की मानने को तैयार नहीं। सीतापुर के स्वास्थ्य विभाग में जब देखा गया तो कहीं पर डॉक्टर नहीं तो कहीं पर रखरखाव उलट-पुलट नजर आया। उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग को लेकर चिंतित है तो वहीं मरीजों को हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, किंतु स्वास्थ्य विभाग अक्सर सुर्खियों में इसलिए रहता है कि उसके कुछ कारनामे ही ऐसे हैं यहां तक कई बार स्वास्थ्य मंत्री सीतापुर का दौरा किया और स्वास्थ्य विभाग कई अस्पतालों में जाकर देखरेख की, बताते चलें कि 14 मार्च को स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा सीतापुर के लाल बाग चौराहे पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की मूर्ति का अनावरण किया साथ ही ,जिला अस्पताल का भी निरीक्षण किया जहां पर एक मरीज ने मंत्री के सामने आकर कहा डॉक्टर साहब ऑपरेशन के नाम पर उससे पैसे मांग रहे हैं। का आरोप लगाया । शिकायत पर स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोई भी कार्यवाही नही की गई ।जबकि वह व्यक्ति ने मंत्री एवं मीडिया के सामने खुलकर सीतापुर जिला अस्पताल में हो रही भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर दी। प्रतिदिन जिला अस्पताल में कई कुर्सियां खाली पड़ी रहती है जिन पर कोई डॉक्टर नजर आता है तो वही मरीज डॉक्टर के इंतजार में बैठे नजर आते है ।