पीलीभीत।पूरनपुर नगर में स्थित मायशा चाइल्ड केयर सेंटर के चिकित्सक ने एक बच्चे को गलत दवाई दे दी जिससे बच्चे की आंख खराब हो गई। बच्चे के पिता याकूब खाँ पुत्र फारूख खां ने कोतवाली पूरनपुर को शिकायती पत्र देकर बताया उसके डेढ़ साल के पुत्र को बुखार आया था।तब 28 नवंबर को मायशा चाइल्ड केयर सेन्टर माधौटांडा रोड निकट सीताराम मन्दिर के पास दिखाया था।डाक्टर ने पर्चा बनाकर बच्चे को बुखार की दवाई दी व एक आँख में हल्की लालीमा होने के कारण उक्त डाक्टर ने दो ड्राप दिये जिसमें एक ड्राप मैक्सिमास डी दिया जिसको बच्चे की आंखो में दो दिन डाला जिसके डालने पर डेढ़ वर्ष के पुत्र की आंखो में इन्फेक्शन हो गया और दोनों आंखो से दिखना भी बन्द हो गया। पिता ने तत्काल उक्त डाक्टर से संपर्क किया तो उक्त डाक्टर ने पीलीभीत में डा० सोडी के अस्पताल में दिखाने की सलाह दी।
तब पीड़ित ने अपने बच्चे को पीलीभीत ले जाकर डाक्टर को दिखाया वहा पर बच्चे का चार दिन इलाज चला व उक्त डाक्टर के द्वारा दी गई समस्त दबाइयों को चेक किया जिसमें एक ड्राप मॉक्सीमैक्स डी के बारे में बताया कि यह ड्राप गलत दिया गया है।जोकि 20 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों के लिए है।जिससे बच्चे की आंखों को नुकसान पहुंचा उसके बाद पीलीभीत के डाक्टरों ने दिल्ली दिखाने की सलाह दी उसके बाद बरेली में दिखाया जहां पर बरेली के डाक्टरों ने भी उक्त ड्राप गलत बताया तब बच्चे को लेकर दिल्ली के श्रापचेरिटी अस्पताल में इलाज करा रहा है। जहां के डाक्टर ने भी उक्त मायशा के डाक्टर द्वारा दिया गया ड्राप को गलत बताया गया है।पीडित गरीब व्यक्ति है। मेहनत मजदूरी करके अपने बच्चे का पालन पोषण करता है।उक्त मायशा के डाक्टर से जब कहा कि तुमने मेरे बच्चे का गलत इलाज कर बच्चे की आंखे खराब कर दी है। जिस पर उक्त डा० मुश्ताक अंसारी आग बबूला हो गया और बोला कि अगर ड्राप गलत है। तो लिखवा कर लाओ और गालियां व अभद्रता करते हुए अपने अस्पताल से भगा दिया। जोकि आये दिन लोगों के गलत इलाज कर मरीजों की जिन्दगी से खिलवाड़ करता है।और नवजात बच्चों को अपने यहां रखकर इलाज करता है।जबकि नवजात बच्चों के देखभाल की सही व्यवस्था भी नहीं है। पीड़ित ने पूरनपुर कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई करने की मांग की है।