रिजर्ब बैंक के उप गवर्नर मजबूत बैंकिंग परिचालन , एक सशक्त और व्यापक जोखिम प्रबंधन ढांचे के महत्व पर जोर दिया

  • शहरी सहकारी बैंकों के अध्यक्षों,निदेशकों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का एक दिवसीय सम्मेलन

लखनऊ- शहरी सहकारी बैंको के निदेशकों के साथ रिज़र्व बैंक के निरंतर जुड़ाव के निरंतर प्रयास की अगली कड़ी के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक ने शनिवार को लखनऊ में उत्तरी क्षेत्र के चुनिंदा शहरी सहकारी बैंको के अध्यक्षों,प्रबंध निदेशकों व मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और निदेशकों का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया।शहरी सहकारी बैंको में प्रशासन जोखिम प्रबंधन , अनुपालन और लेखापरीक्षा सम्मेलन का मुख्य विषय था। सम्मेलन को उप गवर्नर एम. राजेश्वर राव , कार्यकारी निदेशक रोहित जैन और आरबीआई के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने संबोधित किया।
रिज़र्व बैंक ने इससे पहले अगस्त 2023 और जनवरी 2024 में क्रमशः मुंबई और हैदराबाद में शहरी सहकारी बैंको के निदेशकों के साथ वार्ता की थी।उप गवर्नर राव ने अपने मुख्य अविभाषण में विशेष रूप से बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों को बैंकिंग सेवाएं मुहैया कराने में शहरी सहकारी बैंकों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने मजबूत बैंकिंग परिचालन सुनिश्चित करने के लिए एक सशक्त और व्यापक जोखिम प्रबंधन ढांचे के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने प्रभावी शासन की आवश्यकता , अनियमितताओं का शीघ्र पता लगाने में आंतरिक लेखापरीक्षा कार्य के महत्व और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया । कार्यकारी निदेशक रोहित जैन ने अपने विशेष संबोधन में एक प्रबल और स्वतंत्र आश्वासन कार्य के महत्व और बैंक की समग्र निगरानी और कार्यप्रणाली में सुधार के लिए बोर्ड की लेखा परीक्षा समिति की भूमिका को रेखांकित किया । उन्होंने सुधार की आवश्यकता वाले क्षेत्रों और शहरी सहकारी बैंकों में साइबर सुरक्षा और परिचालन लचीलेपन को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता के बारे में भी विस्तार से बताया।सम्मेलन में शहरी सहकारी बैंकों से उनके निरीक्षण और आश्वासन कार्य और सुदृढ़ जोखिम प्रबंधन प्रणालियों के निर्माण में अपेक्षाओं पर अन्य सत्र भी शामिल थे।कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों और आरबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच एक ओपन हाउस संवादात्मक सत्र के साथ हुआ।

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