मृतक शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार को मात्र 25 लाख एक क्रूर मजाक : डॉ अवनीश पाण्डेय

योगी सरकार से एक करोड़ व एक सरकारी नौकरी की मांग

बलिया। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपी के बन्डलों को वाराणसी से मुजफ्फरनगर लेकर जा रहे शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को पुलिस कर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या करने के मामले में जनकुआक्टा के पदाधिकारियों ने मंगलवार की दोपहर नगर के एससी कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया।

जनकुआक्टा के महामंत्री डॉ अवनीश चन्द पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों का विचार है कि सरकार ने मात्र 25 लाख रुपये जो आन ड्यूटी शिक्षक का अधिकार है, को देकर अपनी जिम्मेदारी पूर्ण मान रही है, यह नाकाफी है। शिक्षकों का कहना था कि सरकार संवेदनशीलता का परिचय दें।
अखिलेश सरकार में प्रतापगढ़ में एक सीओ की हत्या पर पांच करोड़, दिल्ली में केजरीवाल सरकार द्वारा एक पुलिस कर्मी के मरने पर एक करोड़ और एक शिक्षक की आन ड्यूटी गोली मारकर हत्या करने पर मात्र 25 लाख शिक्षक समुदाय के साथ क्रूर मजाक है और शिक्षकों के प्रति और उस मृतक शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार के परिवार के प्रति सरकार की घोर असंवेदनशीलता है। आज जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में उस दिवंगत शिक्षक के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की गई और शोक के साथ साथ सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया गया। सभी शिक्षकों ने समवेत रूप से मांग की मृतक् शिक्षक के परिवार को सरकारी नौकरी व आश्रितों को कम से कम एक करोड़ रुपये की सहायता राशि सरकार तत्काल उपलब्ध कराए ताकि मूल्यांकन और चुनाव जैसे जिम्मेदारी भरे कार्यों में किसी प्रकार की कोई बाधा न उत्पन्न हो और यदि कोई बाधा उत्पन्न होती है तो शिक्षकों के प्रति सरकार की असंवेदनशीलता ही इसका प्रमुख कारण होगी। शोक सभा में डॉ अंगद सिंह, डॉ संजय कुमार, डॉ वृजभान यादव, डॉ मान सिंह, डॉ दशरथ चौहान, डॉ माथुर, डॉ माला कुमारी, डॉ प्रिंस पाण्डेय, पूर्व अध्यक्ष जनकुआक्टा डॉ बृजेश सिंह, डॉ उमेश सिंह, डॉ अजय पाण्डेय, डॉ फूलबदन सिंह, डॉ विवेक राय डॉ अशोक कुमार यादव, डॉ विवेकानंद पाण्डेय, डॉ शैलेंद्र राव मौजूद रहे।

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