ऊधम सिंह नगर| काशीपुर में घर से माता-पिता व अन्य परिजनों का आशीर्वाद लेकर हरिद्वार से गंगाजल लेने गए हर्षित की गंगाजल लेकर लौटते समय रास्ते में मौत होने से पूरा परिवार सदमे में है। मोहल्ला काजीबाग शिव मंदिर के पास रहने वाले रवि कुमार का 14 वर्षीय बेटा हर्षित कुमार हरिद्वार से तीन मार्च को सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे अपनी झोली कांवड़ में गंगाजल लेकर साथियों के साथ गंतव्य के लिए रवाना हुआ।
उसने चंडी देवी मंदिर के पास से अपने पिता को फोन कर कहा था कि ””…पापा हम लोग हरिद्वार से गंगाजल लेकर चल दिए हैं। आप लोग चिंता मत करना।”” तब रवि ने बेटे से सभी के साथ रहने और अपना ध्यान रखने के लिए कहा था। उन्हें क्या पता था कि वह अपने बेटे की आवाज आखिरी बार सुन रहे हैं।
चिकित्सकों की राय, कांवड़िये बरते सावधानी
काशीपुर के एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय के डॉ.अमरजीत साहनी ने बताया कि कांवड़ियों को अपनी पैदल यात्रा के दौरान अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना बेहद जरूरी है। अधिकतर कांवड़िये यात्रा के दौरान पानी का कम सेवन करते हैं और रास्ते में तली-भुनी चीजें खाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
कांवड़ियों को रास्ते में नियमित रूप से पानी का सेवन करना चाहिए और पेट को खाली नहीं रखना चाहिए। अन्यथा चक्कर आने और बीपी लो होने की आशंका बनी रहती है। कांवड़ियों को धूम्रपान भी नहीं करना चाहिए। यात्रा पर जाने से पहले अपना मेडिकल चेकअप अवश्य कराना चाहिए। चलने के दौरान एकाएक कहीं भी स्नान नहीं चाहिए। कुछ देर विश्राम करने के बाद ही स्नान करें।