अयोध्या : राम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में रामलला का दर्शन 17 अप्रैल तक प्रतिदिन 20 घंटे तक होगा। 20 घंटे दर्शन की व्यवस्था 15 अप्रैल से ही लागू होगी। मणिरामदास जी की छावनी में शुक्रवार को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में यह निर्णय लिया गया। पहले रामलला की दर्शन अवधि 14 घंटे थी, किंतु राम जन्मोत्सव पर करीब 50 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना को ध्यान में रखकर ट्रस्ट ने यह निर्णय किया है।
तीन दिन पहले से शुरू होगी व्यवस्था
ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने को बताया कि ट्रस्ट ने दर्शन के लिए कतारें भी बढ़ाने का निर्णय किया है। सामान्य दिनों में दर्शन चार कतारों में कराया जाता था, अब राम जन्मोत्सव के तीन दिन पहले से दर्शन सात कतारों में कराया जाएगा। दर्शन में समय कम से कम लगे, इसके लिए श्रद्धालुओं को रामजन्मभूमि मार्ग पर जूता-चप्पल व मोबाइल आदि छोड़कर आने का सुझाव दिया गया है।
600 मीटर लंबे टेंट से किया जाएगा कवर
श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए रामपथ को करीब 600 मीटर लंबे टेंट से कवर किया जाएगा और सतह पर मैट बिछाई जाएगी। करीब 50 स्थानों पर शीतल पेयजल का प्रबंध होगा। ओआरएस पाउडर भी उपलब्ध कराया जाएगा। श्रद्धालुओं को प्रसाद भी मिलेगा। विश्राम की भी सुविधा होगी।
इसके लिए रामजन्मभूमि मार्ग पर बेंच लगवायी जाएंगी। ट्रस्ट के सुझाव पर प्रसार भारती रामलला के जन्मोत्सव का लाइव प्रसारण भी करेगा। इसी के साथ ही संपूर्ण रामनगरी और आसपास की बाजारों में सौ एलईडी वाल पर भी जन्मोत्सव का लाइव प्रसारण किया जाएगा।