मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश व सनातन धर्म के प्रति चौकन्ना हो जाएं, क्योंकि इन पर प्रहार हो रहे हैं। कुछ प्राथमिकताएं जीवन में जरूरी हैं। देश, धर्म, जाति-समाज व परिवार को प्राथमिकता में रखें। देश पहली प्राथमिकता होनी चाहिए और परिवार अंतिम, तभी देश आजादी के शताब्दी वर्ष तक महा ताकत बन सकेगा। यही प्राथमिकता व संकल्प भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार का भी था।
मुख्यमंत्री योगी विश्व प्रसिद्ध धार्मिक पत्रिका ”कल्याण” के आदि संपादक व गृहस्थ संत भाई जी की 131वीं जयंती पर गीता वाटिका में बुधवार को आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
देश विरोधियों को पहचानना होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व सनातन धर्म पर प्रहार करने वाले वे लोग हैं, जिन्हें भारत का विकास अच्छा नहीं लगता, जिन्हें देश की आध्यात्मिक और भौतिक प्रगति स्वीकार नहीं होती। ऐसे लोगों को पहचानना होगा, नहीं तो सनातन को कोसने वालों की तादाद बढ़ती जाएगी।
लोगों के मन में बसी है ”कल्याण” पत्रिका
योगी ने आगे कहा कि आजीवन भाई जी ने देश व सनातन के लिए कार्य किया। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भारत एवं भारतीयता, भक्ति, वैराग्य और आध्यात्मिक शक्ति के उत्थान में लगाया। गीताप्रेस के संस्थापक सेठजी जयदयाल गोयंदका के सानिध्य में रहकर उन्होंने साहित्य साधना के द्वारा भारत की अभिनंदनीय आध्यात्मिक सेवा की। उनके द्वारा प्रकाशित ”कल्याण” पत्रिका भारतीय संस्कृति को मानने वाले लोगों के मन में बसी है।
सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म सबके व समस्त चराचर जगत के कल्याण की बात करता है। सनातन धर्म में हर जाति को संरक्षण प्राप्त है। इसने कभी किसी जाति का विरोध नहीं किया।
समाधि स्थल पर अर्पित की पुष्पांजलि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाईजी के समाधि स्थल पर भी गए और पुष्पांजलि अर्पित कर अपनी श्रद्धा निवेदित की। उन्होंने दो बच्चों को खूब दुलारा और आशीर्वाद देकर उन्हें खूब पढ़ने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. बुद्ध रश्मि मणि, हरियाणा साहित्य एवं सांस्कृतिक अकादमी के उपाध्यक्ष प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री, भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के निदेशक (शोध एवं प्रशासन) ओम जी उपाध्याय, हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मारक समिति के सचिव उमेश सिंहानिया, संयुक्त सचिव रसेंदु फोगला, विष्णु प्रसाद अजित सरिया, प्रमोद मातनहेलिया उपस्थित रहे।