हरिद्वार: शहर कोतवाली क्षेत्र में होली के लिए जंगल से लाई गई लकड़ी उठाने पहुंचे वनकर्मियों को स्थानीय निवासियों का आक्रोश झेलना पड़ा। आरोप है कि एक महिला वनकर्मी ने बच्चे को थप्पड़ मार दिया। जिससे उसके मुंह से खून निकल गया। इस पर लोग भड़क गए और वनकर्मियों को घेर लिया।
देर रात तक पुलिस को नहीं मिली लिखित तहरीर
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामा शांत कराया। स्थानीय निवासियों ने वनकर्मियों पर जातिसूचक शब्द कहने का आरोप भी लगाया है। वहीं, वनकर्मियों का कहना था कि लकड़ी चोरी कर लाई गई है। देर रात तक पुलिस को लिखित तहरीर नहीं मिली थी।
पुलिस के मुताबिक, बिल्केश्वर रोड स्थित बस्ती के लोग हर साल की तरह जंगल से होली के लिए लकड़ी लेकर आए थे। जानकारी मिलने पर नजदीक ही स्थित वन विभाग की टीम लकड़ी उठाने पहुंच गई। ये बात क्षेत्रवासियों को नागवार गुजरी।
टीम पर जातिसूचक शब्द कहने का आरोप
उनका आरोप है कि एक महिला वनकर्मी ने एक बच्चे को थप्पड़ मारा। जिससे उसके मुंह से खून निकल आया। जिससे लोग भड़क गए और टीम को खरी खोटी सुनाते हुए घेर लिया। टीम पर जातिसूचक शब्द कहने का आरोप भी लगाया। हंगामे की सूचना पर शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा, एसएसआई सतेंद्र बुटोला टीम सहित मौके पर पहुंचे और हंगामा शांत कराया।
वनकर्मियों का कहना था कि मोहल्ले के किशोर और युवक चोरी से लकड़ी लेकर आए हैं। जो कानूनन गलत है। शहर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा ने बताया कि किसी भी पक्ष की ओर से लिखित तहरीर नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जाएगी।