लखनऊ। सरकार ने तहसील संपूर्ण समाधान दिवस की व्यवस्था लोगों की समस्याओं के जल्द निदान के लिए कराई थी, लेकिन तहसील बीकेटी में आयोजित होने वाले संपूर्ण समाधान दिवसों में आने वाले प्रार्थना पत्रों का निस्तारण धरातल पर नहीं किया जा रहा है। अधिकारी अपने दस्तावेज में ही समस्याओं का निस्तारण दिखाकर वाहवाही लूट रहे हैं।
जबकि जनता की शिकायतों का त्वरित निस्तारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है।और वह इस पर लगातार सख्त भी दिख रहे हैं। लेकिन तहसील से लेकर जिले तक के अधिकारी जनसमस्याओं के निस्तारण में सिर्फ कागजी कोरम पूरा कर मुख्यमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लगाया लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहें हैं।जिससे समाधान दिवस में समस्याओं का निराकरण कराना अब फरियादियों के लिए आसान नहीं रह गया है। तमाम लोग ऐसे हैं, जिन्हें तहसील में बार-बार आकर शिकायत करनी पड़ रही है।लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। इससे लोगों का समाधान दिवस से विश्वास उठता जा रहा है। शनिवार को भी कुछ ऐसी ही स्थिति देखने को मिली, जब कुछ फरियादी अपनी समस्याओं के लिए फिर से प्रार्थना पत्र लेकर मंडलायुक्त डा.रोशन जैकब के सामने भी पेश हुए।
फरियादी बोले- बार-बार करनी पड़ रही एक ही शिकायत
बीकेटी तहसील क्षेत्र के चत्तुर पुर मजरा कुम्हरावां की शरीर से 80 प्रतिशत विकलांग कमला देवी पत्नी हेमराज ने बताया कि बहुत ही गरीब है,और उसके पास रहने के लिए उचित आवास नहीं है। बारिश व गर्मी, सर्दी के मौसम में उसको बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने यह भी बताया कि उसके पति वृद्ध हैं, जिससे कोई रोजगार कर पाना सम्भव नहीं है।इसे लेकर वह कई बार शिकायत कर चुकी हैं। मगर किसी भी अधिकारी ने अब तक कोई गौर नहीं किया। लेकिन आज फिर अपनी फरियाद लेकर आई हूं। इसी क्रम में इत्यादि गांव की ग्राम प्रधान शमशुल निशा ने बताया कि गांव में भूमि गाटा संख्या 405 जो कि राजस्व अभिलेखो में बंजर भूमि दर्ज है । जिसपर भू – माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है , जिस सम्बन्ध में कई बार शिकायत की गई है।परन्तु अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।आज फिर आयी हूं।ग्राम चंदाकोडर के मजरा दिनकरपुर झलौवा के गाटा 456 पर दर्ज सरकारी चकमार्ग एवं सरकारी हौजिया के अतिक्रमण को लेकर लगभग 05 बार से अधिक प्रार्थना पत्र समाधान दिवस पर दिये है, पर जाँच के नाम पर आज भी पूरा प्रकरण वैसे ही लंबित पड़ा है।
भूमाफिया द्वारा दोबारा नापे गये चकमार्ग को कल अपने खेत में मिलाकर जोत लिया गया है।जिसकी सूचना मेरे द्वारा लेखपाल को दी गयी है। पर उन्होंने बताया कि चकमार्ग सोहनलाल , कन्हैयालाल,मेवा शैलेन्द्र आदि के खेतो में निकला है। सरकारी जमीनों पर सोहनलाल , कन्हैयालाल,मेवा,शैलेन्द्र आदि ने कब्जा कर रखा है।आज छठी बार फिर अपनी फरियाद लेकर आएं हैं।