खैराबाद। माह-ए-रमजान मुसलमानों के लिए पवित्र महीना होता है 12 मार्च दिन मंगलवार को पहला रोजा बड़ों के साथ-साथ छोटे-छोटे मासूम बच्चों ने भी रखा देहकती धूप की परवाह किये बिना नन्हे मुन्ने बच्चों ने रोजा रखा अल्लाह और उसके रसूल से सभी की बीमारियों के खात्मे के लिए दुआ मांगी भूख और प्यास के शिद्दत को बर्दाश्त किया सोमवार को चांद दिखने के बाद मुकद्दस महीने की शुरुआत हुई पहले दिन ही गर्मी ने रोजदारों का इम्तिहान लेना शुरू कर दिया बहुत से छोटे-छोटे बच्चों ने पहला रोजा रखा परिवार के बड़े लोगों ने भी बच्चों का हौसला आफजाई किया शाम को इफ्तार के वक्त बच्चों के चेहरे पर खुशी की झलक नजर आई बच्चों ने इफ्तार के वक्त अपने मुल्क हिंदुस्तान की सलामती के लिए अल्लाह से दुआ मांगी इसके अलावा शहर में ऐसे अनेक बच्चे हैं जिन्होंने जिंदगी का पहला रोजा रखा और दिनभर खूब कसरत से इबादत की साथ ही सभी रोजदारों ने अपने-अपने परिवारों के साथ इफ्तार किया पिछले कई महीने से रमजान मुबारक महीने का छोटे-छोटे बच्चे बेसब्री से इंतजार कर रहे थे रोजा रखने के साथ-साथ अपने परिवार के साथ पूरे मुल्क की सलामती और भयानक बीमारियों के खात्मे के लिए दुआ मांगी मैंने भी मुल्क की सलामती और भयानक बीमारियों के खात्मे के लिए अल्लाह से दुआ मांगी और छोटे-छोटे बच्चों के रोजा रखने पर मैंने खाने के लिए कई पकवान बनाए बच्चों ने बताया कि मुझे पहला रोजा रखकर बहुत अच्छा लगा आगे भी भी रोजा रखूंगा और अल्लाह से अपने मुल्क हिंदुस्तान के अमन-चैन और शांति और भाईचारे के लिए दुआ करूंगा बच्चों ने बताया कि रोजा रखकर मैं दिन भर इबादत करूंगा और सब कुछ सही हो जाए इसके लिए दुआ करूंगा अपने मुल्क हिंदुस्तान की आपस में भाई-चारे के लिए भी खूब कसरत से दुआ करूंगा जिन बच्चों ने जिंदगी का पहला रोजा रखा उनके नाम- अरीशा नाज़, सारा, हिबा, आयत, जारिया, चांदनी, जसबी, अली, इक़रास, फ़राज़, उजैफ, उजैर, हारिश, उबैद, दानियाल, फैज़, उम्मुल वरा, मो0 अमान ओर भी बच्चों ने जिंदगी का पहला रोजा रखा।