बरेली। जिले में आवारा सांड मौत बनकर घुम रहे हैं और मौका लगते ही किसानों पर हमला कर मौत के घाट उतार दे रहे हैं। जिले में एक बार फिर सांड ने काल बन कर अलग-अलग घटनाओं में दो किसानों पर जानलेवा हमला कर मौत के घाट उतार दिया। घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। अधिकारियों के दावे की भी हवा हवाई साबित हो रहे हैं।
पहली घटना आंवला के गांव मनौना की है। यहां रहने वाला 35 वर्षीय सतेंद्र मौर्या पुत्र वीरवल मौर्या अपने बहनोई की भतीजी की शादी में अवाहनपुर गांव गए थे। देर रात वह शादी समारोह से वापस अपने गांव लौट कर आ रहे थे। जैसे ही वह गांव के पास मनौना मढ़ी पर पहुंचे तो उन पर आवारा सांड ने हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के लिए उन्हें परिवार के लोग अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दूसरी घटना थाना फतेहगंज पश्चिमी के गांव औधा की है। यहां रहने वाले 45 वर्षीय राकेश पुत्र हजारीलाल फतेहगंज पश्चिमी के बाजार से सब्जी लेकर साइकिल से अपने घर आ रहे थे। उन पर आवारा सांड ने हमला कर दिया। वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के लिए उन्हें अस्पताल ले कर दौड़े, लेकिन उनकी मौत हो गई।
सांड के हमले से डेढ़ महीने में 6 लोगों की मौत
तीन जनवरी 2024 को सीबीगंज के मथुरापुर इलाके में एक सांड ने पीके नमकीन के सुपरवाइजर अनील को बााइक से फैक्ट्री जाते समय घेर लिया और सींगों से हमला कर उन्हें जमीन पर पटक दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के दौरान उन्होंने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।दूसरी घटना में प्रेमनगर के डेलापीर के पास झूलेलाल पार्क के पास नौ जनवरी को डेलापीर मंडी से माल लेने जा रहे बनवारी लाल को सांड ने घेर लिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। उपचार के लिए उन्हें राजेन्द्र नगर स्थित एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी। तीसरी घटना बारादरी के संजयनगर में 24 जनवरी को रिटायर मैनेजर करूणा शंकर पांडेय मार्निग वॉक से आ रहे थे। इसी दौरान घर से कुछ ही दूरी पर एक सांड ने घेर लिया और उन पर हमला बोल दिया। गंभीर रूप से घायल होने के बाद परिजनों ने उनको इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया