भुवनेश्वर। प्रशांत जगदेव को गिरफ्तार कर लिया गया है। बोलगढ़-बेगुनिया विधानसभा क्षेत्र में राजसुनाखला के पास काउंरिया पटना में बूथ नंबर 114 में तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने प्रशांत जगदेव को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें खुर्दा जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने पीठासीन अधिकारी की शिकायत के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया। प्रशांत जगदेव ने कल गुंडागर्दी की सारी हदें पार कर दीं। मतदान के दौरान पुलिस ने प्रशांत का पीछा किया और उन्हें उस समय पकड़ लिया जब वह ईवीएम तोड़कर भुवनेश्वर से सांसद पद की उम्मीदवार अपराजिता षडंगी की गाड़ी में सवार होकर भाग रहे थे।
अचानक वे बूथ में घुस गए और मतदाताओं के साथ बदसलूकी की और पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी पर हमला कर दिया।
गौरतलब है कि चिलका के विधायक प्रशांत जगदेव को बेगुनिया के बूथ नंबर 114 पर मारपीट, दंगा करने और ईवीएम में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें जिला मजिस्ट्रेट के आवासीय कार्यालय में पेश किया गया। यहां जमानत नामंजूर होने के बाद प्रशांत को खुर्दा जेल की हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने पीठासीन अधिकारी ज्ञानरंजन त्रिपाठी की शिकायत के आधार पर प्रशांत जगदेव को गिरफ्तार किया है।
प्रशांत की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा कार्यकर्ता नाराज
उधर, प्रशांत की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। भाजपा नेता निकुंज पटनायक ने आरोप लगाया कि खुर्दा पुलिस ने यह सुनियोजित साजिश रची है। वहीं, बीजद ने प्रशांत जगदेव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी से संपर्क किया था।
बीजद ने प्रशांत जगदेव की गिरफ्तारी की मांग की थी। बीजद की शिकायत के अनुसार, खुर्दा से भाजपा उम्मीदवार प्रशांत जगदेव ने बोलगढ़ में एक मतदान केंद्र में घुसकर ईवीएम में तोड़फोड़ की।
बीजद सांसद सस्मित पात्रा ने कहा कि उन्होंने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है कि पीठासीन अधिकारी और कर्मचारियों को पीटा गया और उन्हें खून से लथपथ किया गया। बीजद ने आरोप लगाया था कि बूथ पर तोड़फोड़ करने के बाद प्रशांत फरार हो गया था।